No icon

24hnbc

गोदी मीडिया के चलते पत्रकार बिरादरी के लिए संकट

24hnbc.com
बिलासपुर, 19 अप्रैल 2024। 
वार्तालाप छोटा सा है पर अर्थ गहरे हैं। शब्दों की मार वैसे भी अंदर तक घायल करती है। सुबह का समय था 7:30 के लगभग आज भी कोई ऐसी खबर प्रेमी पाठक जो एक से अधिक अखबारों को पढ़ना चाहते हैं और यह काम अखबार विक्रेता के यहां ही आसानी से हो जाता है।
पुराना बस स्टैंड बिलासपुर ऐसे ही स्थान पर पाठक और अखबार विक्रेता के बीच का संवाद पाठक ने कहा "और भैया कुछ नया बताओ" अखबार विक्रेता ने बेबाकी से कहा नया हो या पुराना सच्चाई बता रहा हूं इस मीडिया ने सच कहना, लिखना, बताना बंद कर दिया है। यह किसके कहने पर ऐसा किया सब जानते हैं अपना स्वार्थ सिद्ध किया इन्हें कीड़े लगेंगे। जिनके लिए खबर गढ़ रहे हैं वे तो आएंगे जाएंगे पर इस मीडिया की विश्वसनीयता पर हमेशा के लिए कारीख पुत गई। इतना सुनने के बाद वहां से हट जाना ही उचित था। ये बातें जिसे कहीं अखबार बेचना उसकी रोजी-रोटी है रोजगार स्थान पर बैठकर वह व्यक्ति सच ही बोल रहा था। आखिर अखबार बचकर हुई कमाई से उसका परिवार चलता है।
देश में पहले एक सरकारी मीडिया था लोगों के पास राजनीतिक समाचार जानने के लिए बीबीसी सहित अन्य स्रोत भी थे। आज तो सरकारी मीडिया दूरदर्शन से ज्यादा स्वामी भक्त कई हैं जो स्वयं को दरबार में स्थापित करना चाहते हैं। संकट उन पत्रकारों के लिए भी जो बगैर लाग लपट सीधा लिखते हैं उन पर कांग्रेसी होने का ठप्पा लगाता है। 
बिलासपुर भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में तो पत्रकार वार्ता के दौरान बैठक व्यवस्था पर ही कटाक्ष किया जाता है। एक तरफ अपना मीडिया और दूसरी तरफ वाम मीडिया आखिर इस सीवरेज में मीडिया को किसने घसीटा..... ? चुनाव की इस बेला पर मीडिया को ही सुचिता के नई व्याख्या करनी होगी। 4 जून को परिणाम कुछ भी हो मीडिया का दामन साफ होने वाला नहीं ।