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सालेम वर्सेस सालेम, छात्र असलामत

मुख्यमंत्री का सुशासन, शिक्षा विभाग के अधिकारी कुंभकरणीय नींद में

24hnbc.com
रायपुर/ बिलासपुर, 10 दिसंबर 2024। 
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रहे 56 वर्ष पुराने सालेम इंग्लिश स्कूल का नाम पीव्हीटी, एलटीडी की तर्ज पर प्राइवेट सालेम इंग्लिश स्कूल रायपुर रख लिया गया है। इस मामले में 26 जुलाई 2024 से शिकायतें हो रही है और ये पत्र छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, जिला शिक्षा अधिकारी, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सबको भेजे जा रहे हैं। यहां तक की क्योंकि इसी समुदाय के स्कूल डायोसिस जबलपुर से संचालित होते हैं इसलिए ये पत्र उप अधीक्षक पुलिस ईओडब्ल्यू कटंगा जबलपुर तक भेजा गया है। 
सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अंतर्गत 12 अगस्त 2024 को एक पत्र आवेदक को प्राप्त हुआ जिसमें छत्तीसगढ़ माध्यमिक मंडल रायपुर के जन सूचना अधिकारी ने स्पष्ट कहा माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा प्राइवेट सालेम इंग्लिश हायर सेकेण्डरी स्कूल को कोई मानता नहीं है। ऐसा ही एक पत्र जिला शिक्षा अधिकारी के जन सूचना अधिकारी ने लिखा। कहां की प्राइवेट सालेम इंग्लिश हायर सेकंडरी स्कूल रायपुर नाम की संस्था का मान्यता 2023-24 के लिए नहीं है। 
तीसरी जानकारी और मजेदार है इसमें माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर ने कहा कि सालेम इंग्लिश स्कूल रायपुर की संबद्धता समाप्त नहीं की गई है। तथा प्राइवेट सालेम हाई सेकेंडरी स्कूल रायपुर की संबद्धता छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा जारी नहीं की गई। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा प्राइवेट सालेम इंग्लिश हायर सेकेंडरी स्कूल रायपुर द्वारा प्रोविजनल ट्रांसफर सर्टिफिकेट दिया जा रहा है अर्थात एक ऐसा स्कूल का ट्रांसफर सर्टिफिकेट जारी किया जा रहा है जो की अस्तित्व में ही नहीं है। एक ही बिल्डिंग में दो स्कूल कैसे संचालित हो सकते हैं। जब एक को मान्यता है एक को नहीं है। एक और आश्चर्यजनक तथ्य है कि गैर मान्यता प्राप्त स्कूल के कर्मचारी का तबादला मान्यता प्राप्त सेंट पॉल स्कूल में कर दिया जाता है। अभी कुछ महीने बाद राज्य में कक्षा 12वीं की परीक्षा होगी और इस स्कूल को परीक्षा का केंद्र भी बनाया जाता है। भौतिक रूप से जो स्कूल संचालित हो रहा है उसका नाम प्राइवेट सालेम स्कूल है और माध्यमिक शिक्षा मंडल जी स्कूल को परीक्षा केंद्र घोषित करेगा उसका नाम सालेम हायर सेकेंडरी स्कूल होगा तो छात्र परीक्षा कहां देगा जिस स्कूल को माध्यमिक शिक्षा मंडल ने मान्यता दी है या जिसे अपनी मर्जी के मुताबिक प्रबंधन चला रहे हैं। 
शिक्षा विभाग का यह धालमेल वि. सुशासन में हो रहा है और प्रभु कृपा ऐसी है कि शिक्षा मंत्रालय इन दिनों मुख्यमंत्री के पास ही है। ऐसे में यह माना जा सकता है कि देवता तो एकादशी के बाद नींद से जा चुके हैं पर अधिकारी कुंभकर्णी नींद में है।