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सी वी रमन यूनिवर्सिटी के छात्रों ने किया स्वयंसेवी संस्था का भ्रमण

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समाचार -
बिलासपुर, 25 फरवरी 2023 । सी. वी. रामन यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत एम. एस. डब्ल्यू के अध्ययनरत छात्र , छात्राओं ने प्रोफेसर के मार्गदर्शन में सुप्रसिद्ध एन.जी.ओ शिखर युवा मंच पर एक दिवसीय भ्रमण किया। जिसमें संस्था के संस्थापक ने अपने विद्यार्थी जीवन से लेकर एन .जी .ओ की स्थापना, कार्य, उद्देश्य, एवं उपलब्धियों को छात्रों के बीच साझा किया।
 
गौरतलब है कि सुप्रसिद्ध एन .जी .ओ शिखर युवा मंच शांति नगर बिलासपुर पर स्थित है जहां शनिवार को सुबह लगभग 11:00 बजे कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे डॉ. सी. वी. रामन विश्वविद्यालय में अध्ययनरत एम. एस. डब्ल्यू के छात्र, छात्राएं सम्मिलित हुए उक्त कार्यशाला के दौरान संस्था के अध्यक्ष भूपेश वैष्णव ने बताया कि वह तखतपुर के जे. एम. पी जनक लाल, मोतीलाल पांडे कॉलेज से पढ़ाई किया जिसके बाद 16/12/1997 को शिखर युवा मंच संस्था बनाकर कार्य करना प्रारंभ किया। हमने सर्वप्रथम सीपत के पास बिटकुली गांव में पानी के प्रबंध पर कार्य किया था कृषि के लिए पानी, तालाब, सोलर सिस्टम उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया साथ ही महिला समूह को मछली पालन, मुर्गी पालन जैसे कार्यों को करने के लिए प्रेरित किया परिणाम स्वरूप उनकी आजीविका में सुधार आया है।
सरकार के साथ मिलकर 7 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ बनाने की दिशा में भी संस्था ने कार्य किया। हमारे द्वारा केंद्र व राज्य सरकार के साथ मिलकर 30 से अधिक प्रोजेक्ट पर कार्य किया गया जिसमें कुछ कार्य को करने के लिए विदेश से भी अनुदान प्राप्त हुआ। अब तक 7 जिलो पर कार्य करके 50 हजार से ज्यादा परिवारों के आजीविका के लिए कार्य किया है वर्तमान में संस्था 4 जिलों पर कार्य कर रही है। मेरे व्यक्तिगत विचार से सोशल वर्क का कार्य करने के लिए अति आवश्यक होता है कि वह गांव गांव पहुंच कर कार्य करें। आप लोग सोशल वर्कर से जुड़े हैं इस बात का ख्याल आप लोग को रखना चाहिए।
शिखर युवा मंच के कोऑर्डिनेटर संदीप मोहते ने बताया कि बिलासपुर, कोरबा, सरगुजा, कबीरधाम इन चार जिला पर संस्था वर्तमान में कार्य कर रही है। संस्था का उद्देश्य बाल अधिकार, स्वास्थ्य, आजीविका जल जंगल, जमीन के तहत कार्य करता है। वर्तमान में संचालित प्रोजेक्ट (1) टी डी एच . तेरे देश हो, (2) एस. बी. आई. फाउंडेशन (3) चाइल्ड लाइन (4) स्फूर्ति (बैंबू प्रोजेक्ट) प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहा है। एवं बाल अधिकार के बारे में उन्होंने बताया कि वह बच्चा जो 0 वर्ष से अधिक एवं 18 वर्ष से कम हो वह बालक कहलाता है।
इसके अलावा यूएनसीआरसी के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दिया जिसमें उन्होंने बताया कि यह एक तरह का संधि है। जिसमें 192 देश शामिल है। इसमें 54 अनुच्छेद है जिसमें बच्चों को चार मुख्य अधिकार दिया गया है। जीवन जीने का अधिकार, विकास का अधिकार, संरक्षण का अधिकार, सहभागिता का अधिकार, अगर इन अधिकारों से बालक को वंचित रखा जाता है तो इसकी शिकायत बाल आयोग पर किया जा सकता है। डॉ. सी. वी. रामन विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉक्टर रिचा यादव ने कहा कि एम एस डब्ल्यू एक बहुत ही अच्छा विकल्प है आप सब ने अपने अच्छे कैरियर के लिए बहुत अच्छा ऑप्शन चुना है। इसे पूरी मेहनत और ईमानदारी के साथ करिए निश्चित ही आने वाले समय में इसका सकारात्मक परिणाम आप सब को देखने को मिलेगा। शिखा युवा मंच पर कार्यशाला के दौरान प्रोफेसर डॉ ऋचा यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर, रीना तिवारी, संस्था के अध्यक्ष भूपेंद्र वैष्णव, सुरेंद्र निर्मलकर, नाजमीन बानो, नगमा बेगम, संतोषी बघेल, आकांक्षा आनंत, बजरंगी सिंह राजपूत, सिमरन पात्रे, सुधा नागपुरे, संजू बेगम, अमन कश्यप, राजाराम यादव, तेजराम ध्रुव, धनेश्वरी तिर्की, संदीप राव मोहते, सृष्टि सिंह, संतोष साहू उपस्थित थे।