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घटिया निर्माण कार्य नाकाम साबित हो रहा पंचायत व ग्रामीण विभाग

चेक डेम नहीं काल बनायें हो ..... खुजरी ग्रामीण

24hnbc.com
बलौदाबाजार, 3 जुलाई 2024। जिला प्रतिनिधि
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा जिसका उद्देश्य प्रत्येक परिवार को ग्राम में ही पूरे वर्ष में कम से कम 150 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराना है तथा पलायन को पूर्णता रोकना है। योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सरकार द्वारा स्थानीय स्तर पर विभिन्न प्रकार के रोजगार उपलब्ध कराने हेतु कार्य कराए जाते हैं तथा प्रति वर्ष योजना में करोड़ों रुपए का सरकार द्वारा ब्यय किया जाता है एवं ग्रामीण परिवेश में इस योजना के सफल क्रियान्वयन का पूर्णता दायित्व जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायत की निगरानी मे होता है ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत के अधिकारी-कर्मचारी इस योजना के सफल संचालन एवं भुगतान के लिए पूरी तरह जिम्मेदार होते है साथ ही साथ 
जल संरक्षण एवं कृषि कार्यो को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है। पानी की लगातार बढ़ती किल्लत ने लोगों की परेशानी धीरे-धीरे बढ़ना शुरू हो गया है। अब सरकार जल संचय को लेकर गंभीर नजर आ रही है। साथ ही, लोगों को जल के संचयन को लेकर जागरूक करने का भी प्रयास किया जा रहा है, लेकिन सरकारी योजनाओं के तहत जल संचयन व कृषि कार्य के लिए बनाए गए बड़े-बड़े चेकडैम के निर्माण में ठेकेदार ने जमकर लापरवाही बरती है। वैसे ही नया मामला जिला बलौदाबाजार भाटापारा के बलौदाबाजार विकासखंड के ग्राम पंचायत खजुरी में 12.29 लाख की लागत से चेकडैम निर्माण किया गया था नतीजा यह हुआ कि चेक डैम में व्यापक पैमाने पर अनियमितता की बात सामने आई है। चेक डैम में निर्माण गुणवत्ता का जनाजा निकला है। लाखों की लागत से बना यह चेक डैम बरसात से पहले ही धराशाही होने जैसा प्रतीत हो रहा है । निर्माण गुणवत्ता में बरती घोर लापरवाही के कारण यह चेक डैम जगह-जगह से फट चुका है। इस चेक डैम के निर्माण में बेखौफ भ्रष्टाचार के सबूत झांक रहे हैं। प्रथम दृष्टि में देखने से ही साफ हो जाता है कि चेक डैम के निर्माण में निर्माण गाइड लाइन के मुताबिक क्रशर बजरी का प्रयोग न करके खड्ड की बजरी व पत्थरों का प्रयोग किया गया है। पत्थर निर्माण गाइड लाइन को नजर अंदाज करके जरुरत से ज्यादा डाले गए हैं। एक तरह से चेक डैम के निर्माण में भ्रष्टाचार के यह सबूत साबित करते हैं कि इस निर्माण कार्य में या तो सरकारी एजेंसी ने कोताही बरती है या फिर यह कार्य ही सरकारी एजेंसी की सरपरस्ती व मिलीभगती में हुआ है और खड्ड से मशीनों में भर कर रेत, गारा, बजरी, पत्थर वहीं चिन कर इस चेक डैम को बनाने की औपचारिकता पूरी कर दी गई थी। शायद इसी कारण से यह लाखों का चेक डैम बरसात से पहले ही खुद-ब-खुद घटिया निर्माण के चलते नष्ट-भ्रष्ट होने जैसा दिखाई पड़ रहा है। हैरानी यह है कि जनपद पंचायत बलौदाबाजार के ग्रामीण यांत्रिकी विभाग व अन्य तकनीकी लोगों ने पंचायत द्वारा करवाए गए इस निर्माण कार्य को सही करार देते हुए पास भी किया है। चेक डैम में हुए बेखौफ भ्रष्टाचार की शिकायत गांववासियों द्वारा मौखिक रूप से मीडिया के बीच किया है जिस पर कड़ी कार्रवाई होनी आपेक्षित है। करीब 40मीटर लम्बे एवं 3 मीटर चौड़ाई इस चेक डैम पर करीब 12.29 लाख की लागत बताई जा रही है। उधर ग्रामीण विकास की तकनीकी एजेंसी ने इस मामले पर कुछ भी बोलने से इन्कार किया है। इस चेक डैम को बनाने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत खजुरी की थी।ग्राम पंचायत खजुरी की देख-रेख में यह कार्य संपन्न हुआ है। इसमें बेखौफ भ्रष्टाचार हुआ है। बरसात के पहले ही चेक डैम के नष्ट होने व बड़ी-बड़ी दरारें पडऩे से यह साबित हुआ है कि इस चेक डैम के निर्माण में घोर कोताही बरती गई है। खड्ड की बजरी, रेत, गारा व पत्थर अब दरारों से झांक का साबित कर रहे हैं कि इस निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। 
 पूर्व में भी इसी प्रकार की गुणवत्ताहीन निर्माण का नायाब नमूना आप सभी के बीच में लाया गया था जिसमें संबंधितों द्वारा पेंट पॉलिश कर पहुंचे जांच दल को गुमराह करते हुए मामले को ठन्डे बस्ते में डाल कर जांच पूरी कर दी जाती है
 आपको बता दे कि जनपद पंचायत क्षेत्र के 
 भरसेला बड़ा व अन्य पंचायतो मे इसी प्रकार से सच्चाई को छुपाने का प्रयास किया था 
अब देखने वाली बात यह होंगी की इन सभी मामलो पर प्रशासन क्या कार्रवाई करती है 
*फर्जी हाजरी का जांच हो* *ग्रामीण*
ग्राम पंचायत खजुरी के ग्रामीणो ने बताया कि ज़ब चेकडेम का कार्य चल रहा था तो उसमे ग्राम पंचायत खजुरी के एक व्यक्ति भी नहीं था ठेकेदार द्वारा कही बाहर से मजदूर ला के चेकडेम का कार्य कराया गया इसके साथ रोजगार सहायक एवं तकनिकी सहायक द्वारा आपसी समझौता करके फर्जी मास्टररोल निकाल कर फर्जी तरीके से गाँव के लोगो के हाज़री भरकर भुगतान किया गया है ग्रामीणों ने सिचाई की उक्त निर्माण कार्य में ठेकेदार एवं तकनीकी की ओर से भारी घालमेल और लूट खसोट करने की मौखिक शिकायत ग्रामीण कर रहे है।