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झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला

स्वास्थ्य विभाग के सह पर निर्भीक होकर कर रहे इलाज

24hnbc.com
बलौदाबाजार, 7 सितंबर 2024। समाचार संकलन जिला प्रतिनिधि
जिला बलौदाबाजार भाटापारा के सभी विकासखंड के अंतर्गत अवैध रूप से लैब, क्लिनिक, मेडिकल स्टोर खुलेआम धड़ल्ले से संचालित हो रही है जिसमे विभाग की बराबर की हिस्सेदारी नजर आ रही है जिसकी पुष्टि हमारे संवाददाता द्वारा स्टिग ऑप्रेशन के माध्यम से की गयी। संवाददाता द्वारा स्वयं मरीज बनकर झोलाछाप डॉक्टर के पास इलाज कराने गया ।जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टर द्वारा आव देखा न ताव तुरंत मरीज को किसी भी प्रकार प्राथमिक परिक्षण नहीं किया तत्काल उन्हें लेटाकर दो इंजेक्शन लगा दिया गया जिसके बाद मरीज बने हुए संवाददाता को कुछ मिनट के लिए चक्कर आना प्रतीत हुआ जिसके बाद डॉक्टर द्वारा बोला गया कि कुछ नहीं होगा कुछ समय के लिए हुआ है हैवी इंजेक्शन है तो थोड़ा असर होगा ही करके कुछ नहीं होगा आप निश्चिंत रहे करके बोला गया है 
 *झोलाछाप डॉक्टर एवं संवाददाता के बीच चर्चा*
बलौदाबाजार भाटापारा के बलौदाबाजार विकासखंड के ग्राम पंचायत सेमराडीह के मेनरोड मे तीस वर्षो से अवैध क्लिनिक संचालित कर रहे अमित कुमार सरकार नाम के एक कथित झोलाछाप डॉक्टर द्वारा मीडियाकर्मी को बताया गया कि हमारे जिले मे हम डॉक्टरों का 680 के लोगो का एक संगठन है और हम सभी के सभी डॉक्टर क्लिनिक संचालित कर रहे है हमें और कही किसी भी प्रकार के पंजीयन कराने की कोई आवश्यकता नहीं है हमारा संगठन की पंजीयन ही नर्सिंग होम एक्ट मे पंजीयन के बराबर है संवाददाता द्वारा बोला गया कि स्वास्थ्य सम्बंधित क्रियान्वयन के लिए जैसे क्लिनिक मेडिकल अस्पताल के संचालन के लिए शासन द्वारा अधिनियम के मापदंड बनाये गए है जो संचालन के लिए अति आवश्यक होता है क्या इन कायदे क़ानून की कोई महत्व नहीं है उनको बोला गया किन्तु उनके द्वारा शासन प्रशासन के नियम कायदे क़ानून कोई मायने नहीं रखते है डॉक्टर द्वारा बोला गया कि हम चार छह महीने मे नोटिस आता रहता है हम कार्यालय मे जाकर अपनी उपस्थित दर्ज कर आ जाते है हमें कोई दिक्कत नहीं होता है उच्च अधिकारीयों द्वारा बीच बीच मे हमारे क्लिनिक आते रहते है और हमें गाइड करते रहते है आप ऐसे ही प्रेक्टिस करते रहे ध्यान से करे।
*जेनेरिक दवाई का खेल मरीज हो रहे है गरीब*
 एक और जहां सरकार और उत्तम न्यायालय के द्वारा दिशा निर्देश जारी किया गया था जिसमें शासन के निर्णय अनुसार गवर्नमेंट हॉस्पिटल के अतिरिक्त प्राइवेट हॉस्पिटल में भी जेनेरिक दवाइयां को बढ़ावा देने के लिए सेवन करने की दिशा निर्देश जारी किए गए थे जिसमें गरीब लोगों को कम दाम में महंगी दवाई सस्ते रूप में प्राप्त हो जाती है लेकिन इस प्रकार अवैध रूप से संचालित कर रहे हैं ग्राम में झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा जेनेरिक दवाइयां को एमआरपी रेट में बेचा जा रहा है जबकि शासन द्वारा 60 से 70% की छूट एमआरपी रेट में दिया गया है जो सभी लोगों पर लागू होती है और साथ ही साथ माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने योजना बनाकर देश के कई राज्यों पर सस्ते दाम पर जेनेरिक मेडिसिन की मेडिकल स्टोर्स भी खोले हैं जिसमें आसानी से कम दामों पर जेनेरिक दवाई उपलब्ध की जा रही है जिससे लोगों को इलाज में काफी ज्यादा राहत मिल रही है. किंतु कथित स्थानीय झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा जेनेरिक दवाइयां को मरीज के लूटने के लिए एमआरपी रेट पर महगें दवाई है करके बेच रहे है अब सवाल आता है कि क्या डॉक्टर द्वारा एथिकल और महंगे दवाई से मरीज अनजान होना 
*जिला स्वास्थ्य कार्यालय को झोलाछाप डॉ संघ द्वारा की जाती है चढ़ोतरी*
कथित झोलाछाप डॉक्टर अमित कुमार सरकार द्वारा मीडियाकर्मी से बात करते हुए बताया कि हमारे संघ द्वारा जिला स्वास्थ्य विभाग को एक्स रे मशीन कुर्सी सीलिंग पंखा साथ ही साथ समय समय पर संघ द्वारा सहयोग करते रहने की बात कही है जिसके एवज विभाग के उच्च अधिकारीयों द्वारा विभागीय कार्यवाही से बचाय रखने का आश्वासन दिया जाता है।