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मस्तूरी संगठन से सबक सिखाने की बारी

बिलासपुर जिले में अब नहीं तो कब होगा, संगठन में आमूलचूक परिवर्तन

24hnbc.com
बिलासपुर, 3 दिसंबर 2023।
बिलासपुर जिले में कांग्रेस संगठन की हालत पतली थी पतली है और यदि इन्हीं सिपाहसालारों के साथ कांग्रेस लोकसभा चुनाव में गई तो हार पक्की है। जिले में बिलासपुर की हार, बेलतरा की हार, बिल्हा में हार, तखतपुर में हार से स्पष्ट होता है कि बेलतरा सीट टिकट खरीदने के बाद और पूर्व भी अध्यक्ष संगठन के लिए कुछ नहीं कर रहे थे। वे जो कर रहे थे स्वयं के लिए कर रहे थे। इस चक्कर में स्वयं भी डुबे और अपने अन्य प्रत्याशियों को भी हरवा दिया। इस कारण जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण नैतिकता के आधार पर जो शायद ही बची हो इस्तीफा दे देना चाहिए।
पूरे जिले में तमाम भीतरघातियों से निपट कर एक ही ब्लॉक अध्यक्ष ने अपने प्रत्याशी को जिताया और वह नाम है मस्तूरी से नागेंद्र राय बेहतर होता उन्हें ही जिला कांग्रेस ग्रामीण की कमान दे दी जाती। क्योंकि मस्तूरी की जीत काबिले तारीफ है दिलीप लहरिया पिछले चुनाव में तीसरे नंबर पर थे टिकट मिल जाने के बाद मस्तूरी में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष खुले आम कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रहे थे। सीपत क्षेत्र का गड्ढा भरकर जीत दर्ज करना एससी वोटर की नाराजगी के बावजूद जिस तरह एक सवर्ण ने इस चुनाव में काम किया और बांधी जैसे सशक्त उम्मीदवार को हराया तो परितोषण तो बनता ही है।