No icon

24hnbc

जेकमेन विवाद के बाद समाज की समितियों की फूट उजागर

24hnbc.com 
बिलासपुर, 30 अगस्त 2024। 
जेकमेन मेमोरियल अस्पताल लीज निरस्तीकरण प्रकरण के बाद ईसाई समाज के विभिन्न समितियों के बीच का विवाद उजागर हो गया। स्वयं को छत्तीसगढ़ डायोसिस का पदाधिकारी बताते हुए नितिन लॉरेंस और जयदीप रॉबिंसन ने 27 तारीख की रात मिशन कंपाउंड में कई स्थानों पर अपने होर्डिंग टांग दिए। जब इस हरकत की जानकारी जिला प्रशासन को लगी तो 29 तारीख को बिलासपुर कलेक्टर, तहसीलदार नजूल, एसडीएम, संबंधित थाने का बल जेकमेन मेमोरियल परिसर पहुंचे, और उन तमाम बैनर पोस्टर को तुरंत हटवा दिए। 29 तारीख की शाम को ही नजूल तहसीलदार ने एक नया नोटिस चस्पा किया और उसी नोटिस का एक होर्डिंग भी अब जेकमेन परिसर के मुख्य द्वार पर तथा ओपीडी पर दिखाई दे रहा है। इतना ही नहीं राजस्व निरीक्षक ने सिविल लाइन थाने में नितिन लॉरेंस, जयदीप रॉबिंसन के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई पुलिस ने धारा 324, 329 3(5) के अंतर्गत एफआईआर किया।
असल में बिलासपुर जिले के अंतर्गत ईसाई समाज की धार्मिक, शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों को संचालित करने वाली पांच मुख्य समितियां हैं। जमीनों पर कब्जे को लेकर इनके बीच आमतौर पर विवाद होता ही रहता है। एक समिति के पदाधिकारी स्वयं को वैध और दूसरे को अवैध बताते हैं। इसी चक्कर में सेवा, शिक्षा के लिए नाम कमाने वाले धर्म की जग हसाई होती थी। संपत्ति संबंधी विवाद बड़ा गिरजा चर्च, सिविल लाइन थाने के पास डिसाईपल ऑफ़ क्राइस्ट, सैंट अगस्टीन चर्च, शेफर्ड स्कूल, एश्ले बांग्ला और ईसाई कब्रिस्तान के विवाद में भी यही देखा गया। 
न्यायालय मामलों के जानकार बताते हैं कि समिति की वैधता संबंधी विवाद 2005 में ही जिला एवं सत्र न्यायालय से निर्णीत हो चुका है। अवैधानिक समितियां और उसके कथित पदाधिकारी संपत्तियों की लालच में अपने ही समाज का नुकसान करते जा रहे हैं।