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यज्ञ से कोविड-19 समाप्त होगा का दावा करने वाले संत चले गए किंतु जारी है बिलासपुर में कोविड-19 का कहर
- By 24hnbc --
- Saturday, 12 Dec, 2020
बिलासपुर। 3 दिसंबर से शहर में जुटे सैकड़ों संतो ने यह दावा किया कि रूद्रतिरूद्र यज्ञ हो रहा है और समाज कोरोना मुक्त हो जाएगा संतों का यह प्रयास 11 दिसंबर तक चला। यज्ञ काल को छोड़ भी दें तो 12 तारीख को कोरोना बीमारी की संख्या 95 थी। और आज 13 दिसंबर को 141 है। कल कोरोना से 2 मौतें हुई। यज्ञ स्थल पर कई सौ यज्ञ वेदी बनी हुई थी। हर वेदी पर बड़ी संख्या में सुबह से ही आहूति होती थी। और शहर ही नहीं आसपास के हजारों लोगों ने यज्ञ में शामिल होकर आहुति की अब यह बात समझ नहीं आती की यज्ञ से कोविड-19 परास्त क्यों नहीं हुआ । मार्च 2020 से देश के भीतर नित्य प्रातः जाने कितने ज्योतिषाचार्य यह दावा करते हैं कि फला दिन फला मुहूर्त के बाद फला ग्रह राशि अपना स्थान परिवर्तन करेगी । और कोरोना भाग जाएगा। कई चैनलों पर तो ज्योतिषाचार्य रोज एक नया मंत्र पढ़कर कोविड-19 को परास्त करने का प्रयास करते हैं, पर कोविड-19 है कि परास्त ही नहीं होता। जब मंदिर और देवस्थान उपासना स्थल बंद थी तब भी कोरोना नहीं भाग रहा था। जब खुल गए तब भी नहीं भाग रहा है। ऐसे में हमको अपना संविधान याद आता है जिसमें कहा गया है कि हम भारत के लोग वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे, और सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह अपने नागरिकों के बीच वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने का काम करें। यह नीति निर्देशक तत्व भारतीय संविधान में निहित है ऐसे में हम अपने संविधान को ना पढ़कर ना समझ कर गलती करते हैं उपासना स्थल चाहे वह किसी भी संप्रदाय का हो खोलें उसमें इबादत हो हर नागरिक अपने अपने तरीके से प्रार्थना के लिए स्वतंत्र है, किंतु इन तौर तरीकों से कोविड-19 या अन्य कोई भी बीमारी भाग जाएगी उसका इलाज हो जाएगा यह बात गले नहीं उतरती, जिस तरह टोनही कहना अंधविश्वास फैलाना गैर कानूनी है । उसी तरह यज्ञ से कोविड-19 समाप्त हो जाएगा का दावा करना भी गलत है। और यह बात बिलासपुर में सिद्ध हुई।