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फिर शुरू हुई जिला ग्रामीण अध्यक्ष बदलने की चर्चा

लो छापा पड़ना लाभ न दे दें

24hnbc.com
बिलासपुर, 28 अगस्त 2024। 
पहले विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में सरकार होने के बाद लोकसभा में करारी शिकस्त ( 11 में 1 पर जीत ) समीक्षा बैठकों का खूब दिखावा किया। कांग्रेस ने लगाता है बम अब संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बदल जाएगा पर यही तो कांग्रेस है जो लगता है होता नहीं है। अनुशासनहीनता पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए बाहर निकले गए नेताओं को एक-एक करके फिर से लिया। अब लगभग यह तय है कि स्थानीय निकाय का चुनाव दीपक बैज के नेतृत्व में ही होगा, पर जिला एवं शहर स्तर पर नए पदाधिकारी बैठाले जाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष बदलने की चर्चा के बीच जो दो सवर्ण चेहरा बताएं जाते हैं बस यही से मामला खटक गया कहते हैं। 
सत्ता विरोधी लहर में भी पूरा जिला जिता कर देने नेता ने वीटों कर दिया। और प्रदेश कांग्रेस को सवर्ण अध्यक्ष मिलते मिलते रह गया। जिला स्तर पर संगठन की भद पीटने के बाद एक खाली बैठा नेता जिन्हें विधानसभा चुनाव हारने का अनुभव है। सीबीआई की झंझट में फंसे हैं एक बार संगठन के पद पर रह चुके हैं, अब फिर से पद चाहते हैं। कांग्रेस के पास वित्तीय प्रबंधन नहीं है लिहाजा कलेक्शन एजेंट प्रथम गुण बन गया। जिस पार्टी में पद की पहली क्वालिटी हो, वहां अपनी दम पर सत्ता विरोधी लहर के बावजूद विधानसभा सीट पीटे हुए चेहरे को जितना भी नजर अंदाज किया जा रहा है। 
जनपद, जिला पंचायत, नगर पंचायत के चुनाव में भी मल्हार जैसे स्थान पर कांग्रेस की झोली में सीट डालना भी कोई काम नहीं। अतः करण बम के साथ राजनीति करने वालों को गॉडफादर नहीं मिलता। कठपुतलियां को गॉडफादर मिलते हैं और पार्टी में सफलता कभी मिलेगी जब स्वामी भक्ति भले ही दल बदलू हो दिखाते रहो। बिलासपुर कांग्रेस संगठन में तो उसी दिन नया अध्यक्ष मिल जाना था जब एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि में अपनी ही पार्टी के सदस्य को तीन करोड़ में टिकट खरीदने का आरोप लगाया पर सब कुछ देख कर भी कांटा निकालना यही तो कांग्रेस है।