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12 करोड़ किशोरियों में से 10 करोड़ एनीमिक

जनगणना से भागेंगे, भाजपा सदस्यता अभियान चलाएंगे

24hnbc.com
बिलासपुर, 14 सितंबर 2024।
छत्तीसगढ राज्य में वजन तिहार शुरू हुए दो दिन हो गया यह तिहार 23 तारीख तक चलेगा। शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्र में भी महिला एवं बाल विकास विभाग का यह विज्ञापन बोर्ड सड़क किनारे लगा हुआ देखा जा सकता है। 0 से 6 वर्ष आयु के सभी बच्चों का वजन, जन्मतिथि, ऊंचाई की जानकारी एकत्र हो जाएगी। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कल बिलासपुर में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य अभियान के बारे में कहा "भाजपा हर 6 साल में सदस्यता अभियान चलाने वाली देश की अकेली पार्टी है"। यह संगठन का महापर्व है, प्रश्न उठता है ऐसा राजनीतिक दल जिसकी केंद्र में लगातार तीसरी बार सकता है जो 6 साल में सदस्यता अभियान चलाती है वह देश की जनगणना से क्यों भाग रही है। जाति जनगणना एक अलग मुद्दा है, जनगणना अनिवार्य है। कोविड के नाम पर जनगणना नहीं कराई गई पर इसी कोविड में विधानसभा चुनाव हुआ यहां तक की चुनाव के कारण लॉकडाउन को टाला गया।
वजन तिहार का कार्यक्रम केवल वजन और ऊंचाई लेने का नहीं है। बच्चों के संपूर्ण विकास का भी है। अगर यह कार्यक्रम सही तरीके से चल रहा है तो कर्णधारों के पास इस बात का क्या जवाब है कि भारत में किशोरियों और महिलाओं में खून की कमी ( एनीमिया) आम बात है। एनएफएचएफ डाटा के अनुसार भारत में प्रजनन आयु वर्ग की 57% महिलाएं एनीमिक है। भारत दुनिया का इकलौता ऐसा देश है यहां 20% आबादी किशोर है। 10 से 19 आयु वर्ग की 12 करोड़ किशोरियों में से 10 करोड़ एनीमिया से पीड़ित है। किशोरियों के कुपोषित होने के कई कारण है। पोषण न मिलाना, लड़कियों को बोझ समझना, शिक्षा से वंचित रखना, बाल विवाह इंडिया स्पेंड की 19-20 राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण रिपोर्ट कहती है 10 से 19 आयु वर्ग की 5 किशोरियों में से 3 एनीमिया की शिकार है। जबकि लड़कों में यह आंकड़ा 28% है। 21-22 मैं शिक्षा के प्राथमिक स्तर पर लड़कियों की स्कूल छोड़ने की दर 1.35% है। माध्यमिक स्तर पर यह बढ़कर 12.25% हो गई इतनी भयावह आंकड़ों के बीच मंत्री महोदय मुट्ठी बांधकर दोनों हाथ ऊपर कर कह रहे हैं। भाजपा हर 6 साल में सदस्यता अभियान चलाने वाली देश की अकेली पार्टी है।