No icon

24hnbc

15 साल से ज्यादा की सेठ की सेवा, फैक्ट्री के अंदर हुई मौत कहते हैं 51000 में हो गया सेटलमेंट

24hnbc.com
बिलासपुर, 25 अक्टूबर 2024। 
जरा सी औद्योगिक दुर्घटना को तिल का ताड़ बनाने वाली मीडिया लंगरा के जीके साइंस में हुई लकेश्वर भार्गव की मौत पर चुप रहा। जिस किसी ने इस घटना को लिखा उसने बड़े साधारण तरीके से प्रस्तुत किया। हादसे में मौत का शिकार हुए भार्गव के बड़े भाई ने बताया कि लकेश्वर बरा बनाने वाली फैक्ट्री में फिटर के पद पर काम करता था। बोरा प्लास्टिक के दाने से बनता था उसके भाई ने बताया कि उसे उसे काम करते 18 साल से ज्यादा हो गया। बीच में 6 महीने ही काम पर नहीं जा पाया, उसे दिन फैक्ट्री के अंदर क्या हुआ नहीं पता उसे तो जब खबर मिली तो हम सीधे छत्तीसगढ़ मेडिकल इंस्टिट्यूट पहुंचे वहां पुलिस चौकी में पता चला कि भाई की मौत हुई है। मर्ग कायम है पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव शरीर मिलेगा। फैक्ट्री प्रबंधन ने परिवार को केवल 51000 रुपए दिया उन्होंने बताया कि मृतक के तीन बच्चे हैं, सभी पढ़ाई करते हैं।
हमने जब लगरा स्थित फैक्ट्री में एचआर से बात करने की कोशिश की तो गेट से बाहर रखा गया, गेटकीपर ने बताया कि सब कुछ सेट हो चुका है। यहां तक की मालिक का नाम भी नहीं बताया गया, संपर्क नंबर भी नहीं दिया काफी बोलने पर कहा कि पंधी ग्राम में मुख्य मार्ग पर सेठ की एक और फैक्ट्री है। वहां जाकर पता कर ले हम पंधी स्थित फैक्टरी पहुंचे।
सूचना पहले ही पहुंच गई थी अतः फैक्ट्री के बाहर ही एक आदमी खड़ा था वह बार-बार यही कहता रहा कि सब कुछ सेट कर दिया है। कोई खबर है ही नहीं, जब हमने बार-बार फैक्ट्री मालिक का नाम पूछा तो उसने बताया कि फैक्ट्री मालिक बिलासपुर के मीडिया टायकून के रिश्तेदार हैं। अब आप क्या करोगे लगरा पंधी दोनों स्थानों पर स्थित फैक्ट्री के गेट पर सरकार द्वारा निर्देशित किया जाने वाला सूचना पटल पढ़ने योग्य ही नहीं है। ऐसा लगता है कि जो कोई सरकारी अधिकारी यहां निरीक्षण करता है वह केवल खाना पूर्ति करता है। कंपनी प्रबंधन और निरीक्षण के संदर्भ में हमने उपसंचालक श्रम कार्यालय से संपर्क किया पर अधिकारी न्यायालय कामों में व्यस्त बताएं गए। कार्यालय में नहीं थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं आई है अतः पुलिस की कार्यवाही यथा स्थिति है।
​​​​​