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ओबीसी के नाम पर करते हैं राजनीति और उन्हें ही देते हैं धोखा
- By 24hnbc --
- Thursday, 17 Oct, 2024
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बिलासपुर, 17 अक्टूबर 2024।
पूरे देश के साथ ही छत्तीसगढ़ की राशन दुकानों और आंगनबाड़ी केंद्र पर जो चावल मिलता है उसमें कई पोषक तत्व मिलाए जाते हैं इसे फोर्टिफाईड चावल कहते हैं। मुख्य पोषक तत्व आयरन यही आयरन सिकल सेल, थैलेसीमिया और एनीमिया मरीज के लिए बड़ा नुकसानदायक है।
सर्वोच्च न्यायालय ने इस संदर्भ में 2023 में एक आदेश जारी किया कि सिकल सेल, थैलेसीमिया, एनीमिया से पीड़ित इस चावल का उपयोग न करें। छत्तीसगढ़ की कुल जनसंख्या जनगणना ना होने पर 3.15 करोड़ के लगभग मानी जाती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि इसमें से 52% ओबीसी वर्ग है और ओबीसी का 10% सिकल सेल से पीड़ित है। इतने बड़े आईडेंटिफाई बीमार नागरिकों के साथ प्रशासन और शासन कितना बड़ा धोखा कर रही है। राशन दुकानों पर आया हुआ चावल की किसी भी बोरी पर कभी भी यह चेतावनी नहीं लिखी जाती इतना ही नहीं करोड़ों रुपए का विज्ञापन बजट खर्च करके वजन तिहार जैसे अभियान चलाने वाला विभाग ना तो बैनर पोस्टर पर और ना ही सार्वजनिक सभा में इस बात को करता है। की आयरन युक्त चावल खाने से सिकल सेल, एनीमिया और थैलेसीमिया पीड़ित लोगों को लिवर, सिरोसिस, हृदय की नाकामी, डायबिटीज, जनन ग्रंथियों में दिक्कत, विलंबित यौवन आरंभ प्रारंभ जैसी दिक्कतें होती है।
फोर्टिफाईड चावल के लाभ बताता है दूसरी ओर राज्य के लाखों सिकल सेल पीड़ितों को यह जानकारी ही नहीं दे रहा की फोर्टिफाईड चावल उपयोग करने से उन्हें कौन-कौन सा रोग हो सकता है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के 90 विधायकों में से ओबीसी विधायकों की संख्या एक दर्जन से अधिक होगी। सरकार की कैबिनेट में पर्याप्त ओबीसी मंत्री हैं किसी ने कभी भी इस संदर्भ में ना तो कोई प्रश्न किया ना ही सार्वजनिक रूप से चर्चा की क्या सरकार का निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का ओबीसी प्रेम सिर्फ दिखावा है।