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गुप्त रोगी 2 दिन के बाद परामर्श कहां लें, और कानूनी सेवा लेने कहां जाएं
- By 24hnbc --
- Thursday, 10 Nov, 2022
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समाचार :-
बिलासपुर, 11 नवंबर 2022। क्या आप सोच सकते हैं कि रोगी कभी गुप्त हो सकता है पर ऐसा होता है बिलासपुर में गुप्त रोगी हर महीने की तय तारीख को मध्य प्रदेश की राजधानी से आए एक व्यक्ति से मिलते हैं। ये व्यक्ति जगदलपुर और रायपुर में भी इसी तरह निश्चित तिथि को दो-दो दिन गुप्त रोगियों से मिलता है। यदि अभी भी आप गुप्त रोगी का अर्थ नहीं समझे तो स्पष्ट करें ये सब रोगी सेक्स संबंधी समस्याओं के निदान के चक्कर में गुप्त रोगी होकर मिलते हैं। कल्पना करें कि रोगी ने 12 तारीख को महुआ होटल में कमरा नंबर 106 - 107 मे संपर्क किया और दवाई ले ली, 12 तारीख के बाद जिसने दवा दी वह छत्तीसगढ़ में मिलने वाला नहीं है और दवा खाकर रोग घटने के स्थान पर बढ़ गया या सामान्य अवधि का सेक्स अचानक बढ़ गया तब रोगी के पास क्या विकल्प है।
नर्सिंग होम एक्ट के तहत क्या ऐसे व्यक्तियों के लिए कौन सा नियम लगता है यदि वे एक से अधिक राज्यों में अलग-अलग शहरों में किसी होटल में बैठकर गुप्त रोगी को दवा बांट कर चले जाते हैं हालांकि वह दवा देने के बदले परामर्श के नाम पर मोटी फीस लेते हैं और इनके पास केवल पुरुष नहीं गुप्त रोगी दोनों जेंडर के रोगी हो सकते हैं। यहां तक कि कुछ रोगी तो सपरिवार पहुंचते हैं । परामर्श देने वाले व्यक्ति का दावा है कि उसके पास न्यायपालिका, मीडिया, नेता, व्यापारी, पुलिस क्षेत्र के दिग्गज गुप्त रोगी आते हैं और में समाज में सबकी पोल पट्टी जानता हूं, लेकिन बताता नहीं हूं। खबरों के इतिहास जानने वाले ऐसे व्यक्तियों को अच्छे से जानते हैं एक समय था जब मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के बड़े रेलवे स्टेशनों के बाहर 10 बाई 15, 10 बाई 20 के बड़े-बड़े होर्डिंग गुप्त रोगियों को अपने पास बुलाते दिखाई देते थे। इतना ही नहीं सेक्स के ये विशेषज्ञ उन यात्रियों को खूब दिखाई देते हैं जो ट्रेन से यात्रा करते हैं। भोपाल, जबलपुर, कटनी, बिलासपुर, रायपुर, मथुरा, आगरा स्टेशनों के पहले की दीवारों पर इनके विज्ञापन आम हैं। हमारा प्रश्न बिलासपुर के स्वास्थ्य विभाग से है क्या इस तरह का दो दिवसीय क्लीनिक होटल में संचालित किया जा सकता है यदि नहीं तो स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर की टीम महुआ होटल के कमरा नंबर 106 - 107 पर कब दबिश देगी क्या ऐसी कार्यवाही दुर्ग जिले का स्वास्थ्य विभाग करेगा या राजधानी रायपुर में होगी अथवा यह मान लिया जाए कि होटल पारक दुर्ग और सत्कार होटल रायपुर के दो दिवसीय क्लीनिक पर कार्यवाही होगी। क्योंकि तीनों स्थानों पर कई गुप्त रोगी ठगे जा रहे हैं पर मोबिलिटी क्लीनिक होने के कारण इन्हें कानूनी दांवपेच से मुक्ति मिली।