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अर्बन बैंक का मामला

आंतरिक लेखा परीक्षण में दोषी शाखा प्रबंधक को क्यों बचाता है संचालक मंडल

24hnbc.com
बिलासपुर, 8 अक्टूबर 2024। 
बिलासपुर रेलवे जोन का अर्बन बैंक जो रेलवे कर्मचारियों के लिए उनके द्वारा ही संचालित है, का संचालक मंडल बदल गया है। अब बड़ा प्रश्न यह उठता है कि बरसों से अंगद के पैर के समान बैठे शाखा प्रबंधकों को बदलने की हिम्मत नए संचालक मंडल में है या नहीं....।
इस बैंक की एक दो नहीं एक दर्जन से अधिक शाखा है। बिलासपुर का उदाहरण लें बिलासपुर शाखा प्रबंधक 2010 के पूर्व से यहां जमे हुए हैं। कोई कह सकता है अच्छा काम करते होंगे.... नहीं वे संचालक मंडल की भक्ति करते हैं और उनका दिया जूठा कहते हैं।
इंटरनल ऑडिट की रिपोर्ट बताती है कि लगभग बिलासपुर ब्रांच से ही दो दर्जन से अधिक ऐसे ऋण प्रकरण स्वीकृत हुए जिन्हें करना बैंक की सेहत को नुकसान पहुंचना है, फिर प्रश्न उठता है लोन कितने का नियम कहता है 5 लाख से कम का लोन नहीं दिया जाता। हमारा आकलन कहता है कि घोटाला सवा करोड़ से ज्यादा का है। यह लोन उन कर्मचारियों को दे दिया गया जो रेलवे की नौकरी से गायब चल रहे थे जो कर्मचारी ड्यूटी के प्रति ईमानदार ही नहीं जिसकी तनख्वाह कार्य से अनुपस्थित होने के कारण अनियमित है। उसे लोन देना बैंक के कैपिटल को खतरे में डालता है। 
अर्बन बैंक को छोटा-मोटा मत समझिए 1 जोन में हाल ही में एआईआरएफ के एन कन्हैया को सीबीआई ने 1500 करोड़ के घपले में पड़ा है। यह व्यक्ति अर्बन बैंक का ही संचालक था। नया पदभार संभालने के बाद नवयुक्त पदाधिकारी अब अलग-अलग शाखों का दौरा करेंगे तो बिलासपुर अवश्य आएंगे और यहां के बरसों से जमे शाखा प्रबंधक का प्रसाद खाएंगे या उनका तबादला करेंगे, यह देखने लायक है।