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बफेड ने 600 करोड़ का घाट खाकर निकाल ली थी अपनी हिस्सेदारी

पेटीएम का विदेशी निवेशकों को नवंबर में ही पता था

24hnbc.com
बिलासपुर, 4 फरवरी 2024।
भारत के शेयर मार्केट में इस साल में रोना मना है या कहें किसी को रोना आता ही नहीं है। पिछले 1 साल में दो मौके आए जब निवेशकों के लाखों नहीं करोड़ डुबे पर किसी को रोते नहीं देखा अन्यथा इसी बाजार में निवेशक शेयर मार्केट टूटने पर भी लगाते हुए नजर आते थे। अब ऐसा नहीं होता इसका एक ही कारण नजर आता है। निवेदक असल में कोई है ही नहीं सब खेल प्रभु की लीला है। 8 नवंबर 2021 को पेटीएम का आईपीओ लॉन्च हुआ क्राईस बैंड 2080 - 2015 सेट हुआ। मिनिमम 6 शेयर लेना था कंपनी कल 18300 करोड़ जुटाना चाहती थी। लिस्टिंग के दिन प्राईज 26 परसेंट टूट गया याद रखें कि पेटीएम किसैय फिनेटर स्टार्टअप वन97 कम्युनिकेशन लिमिटेड के नाम से रजिस्टर्ड है। 10 नवंबर 2021, 10:50 पर एक शेयर 1586.15 रुपए का था कंपनी ने 13300 करोड रुपए जुटाए। इस साल भारत के शेयर मार्केट में दो अन्य आईपीओ आए थे जो इसी के टक्कर के थे। कोल इंडिया 15000 करोड़, रिलायंस 11000 करोड़ पेटीएम शेयर हमेशा लड़खड़ाता ही रहा 25 नवंबर 2023 के दिन कंपनी के सबसे बड़े निवेशक वारेन बफेड ने अपनी हिस्सेदारी 1370 करोड़ रुपए में बेच दी उन्होंने 1980 करोड रुपए निवेश किया था। इस तरह 600 करोड़ का घाटा खाकर भी निकालना उचित समझा। 25 फरवरी 2023 व्यापार की खबरों को देखने पर पता चलता है कि एयरटेल पेमेंट बैंक वाले मित्तल पेटीएम में निवेश करेंगे और एयरटेल पेमेंट बैंक को मर्ज कर देंगे ऐसी बातचीत चल रही है का हवाला भी दिया गया। इस बातचीत का क्या हुआ अभी तक पता नहीं चलता। पेटीएम में चीन की आंट ग्रुप का भी निवेश है सरकार हमें आपको चीनी सामान लेने से मना करती है स्वदेश, स्वदेशी, मेक इन इंडिया जैसे देशभक्ति वाले जुमले सुनती है पर पेटीएम में निवेश करवाती है पेटीएम का शेयर एवरेज 2150 पर नहीं आया कोई और समय होता तो पेटीएम कांड को स्कैम घोषित कर दिया जाता पर यह तो त्रेता कल है इस स्कैम के लिए अभी तक धर्म ग्रंथ के अनुसार उपयुक्त शब्द खोज नहीं जा सका है।