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हमसे छुपाया, विदेशी निवेशक तो पैसा निकाल कर पहले ही चले गए
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समाचार - बिलासपुर
बिलासपुर। 3 मई अक्षय तृतीया का मुहूर्त ज्योतिषाचार्य से लेकर कर्मकांडी पंडितों के एक से एक दावे बाजार में बूम, लोग दौड़ पड़े सोना चांदी खरीदने 24 घंटे के भीतर ही धड़ाम से गिरा शेयर बाजार लो आ गए अच्छे दिन..... 6 माह में विदेशी निवेशकों ने शेयर मार्केट से 1.65 लाख करोड़ रुपए वापस निकाले थे ये वह निवेशक है जो 2 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश करते हैं। बाजार गिरे नहीं घरेलू संस्थागत निवेशक डीआईएल में 6 माह में 2 लाख करोड़ का निवेश किया। विदेशी निवेशकों ने पैसे क्यों निकाले कारण था अमेरिकी बैंकों ने ब्याज दर बढ़ाई ऐसे में शिफ्टिंग तो होनी ही थी यहां तक कि जिन्हें शेयर मार्केट में ही पैसा लगाना है वे ब्राजील तक चले गए। भारतीय शेयर मार्केट में मार्च 2015 में खुदरा निवेशक की भागीदारी 6.12% थी और पैसा लगा था 5.25 लाख करोड़ मार्च 2022 में खुदरा निवेशक 7.42% हो गए और पैसा लग गया 19.16 लाख करोड़ आप कहेंगे यह दावा किस आधार पर किया जा सकता है तथ्य यह है कि मार्च 2020 में ही डिमेट खाते 2.5 करोड़ थे और 2022 में 8.97 करोड़ हैं 2022 में घरेलू निवेशक की भागीदारी 23.34% रही। विनिवेश घटकर 20.15% हो गया। शेयर मार्केट से विदेशी निवेशकों ने जमकर पैसा निकाला है यह रकम 175796 करोड रुपए हैं जो कि 23 मिलीयन डॉलर होती है आरबीआई मुद्रा नीति बदलती या ना बदलती बाजार को गिरना ही था । हमारे देश का व्यापार घाटा प्रति माह 153357 लाख करोड़ रुपए है हमारा इंपोर्ट ज्यादा है एक्सपोर्ट कम है और यह अंतर लगातार बढ़ता ही जाएगा जिसके दो कारण हैं क्रूडआयल और खाने का तेल अर्थ सीधा है तेल भारत का तेल निकाल देगा इसी बीच एलआईसी का आईपीओ आ गया है जो कंपनी भारत सरकार की ब्रांड वैल्यू की अब सरकारी रही थी कि कारण बिक रही है आज हम यह बताने नहीं बैठे हैं एलआईसी के पॉलिसी होल्डर 1956 में 50 लाख थे आज 30 करोड़ हैं। हम चर्चा करेंगे एलआईसी के एनपीए की 2014-15 में यह 3.3% था मोदी सरकार की अमृत पोषित नीतियों के चलते 2022 में यह एनपीए 8.17% हो गया रकम के हिसाब से 35 हजार करोड़ रुपए का एनपीए यह पैसा आईएमएलएफ , स्टार गोल्ड शिपिंग, भूषण पावर, वीडियोकॉन, ढेकन क्रॉनिकल, यूनिटेक , आलोक इंजीनियरिंग, अमर टेक आटो, ईडीबी शिपयार्ड, जीडीके जैसी कंपनियों में डूबा आखिर ब्लैक मनी वापस लाकर देने वाली जुबान अपने ही घर में पैसा डूबवाती रही और अब आईपीओ का नाटक कर रही है।