
गलत तथ्य से पाई थी नौकरी अब खेल कोटे से फिर मारी एंट्री
- By 24hnbc --
- Thursday, 18 Mar, 2021
24HNBC आदिवासी से मुस्लिम धर्म अपनाने वाली बॉक्सर संगीता खलको उर्फ संगीता खान को फर्जीवाड़े के आरोप में 2008 में सिपाही की नौकरी से छोड़नी पड़ी थी, बुधवार को रांची में सारे नियमों को ताक पर रखकर संगीता खालको के ही नाम से दोबारा नियुक्ति पत्र जारी की गई है।पूर्व डीआईजी व तत्कालीन डीएसपी संगीता कुमारी ने फर्जीवाड़े पकड़े जाने पर जब संगीता को जेल भेजने की धमकी दी तो उसने 2008 में नौकरी छोड़ दी। धर्म परिवर्तन करने के बाद उसने आदिवासी बैकलॉग से सिपाही में योगदान दिया था। सिपाही में नियुक्ति के बाद उसके खिलाफ आदिवासी कल्याण समिति के सदस्य शंभू गगराई ने शिकायत की थी। महिला का वोटर लिस्ट और वोटर पर्ची, भी दी गई थी, जिसमें कहा गया था कि उसकी नियुक्ति पुलिस लाइन में हुई थी। उसकी आरक्षी संख्या 1798 थी। संगीता खलको उर्फ संगीता खान, पति अब्दुल शमीम खान हैं, जो कंपनी में क्रेन चालक है।शिकायत में शैक्षणिक व जन्म प्रमाण पत्र फर्जी बताया गया था। उसका मूल जन्मप्रमाण पत्र जाति उरांव, धर्म क्रिश्चियन जीइएल चर्च सीतारामडेरा से धर्म पुरोहित के सामने नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि एवं जन्म स्थान पंजीकृत है। महिला आरक्षी अपने दो बेटे अब्दुल सलमान खान व अब्दुल अरमान खान व पति अब्दुल शमीम खान धर्म मुस्लिम के साथ एग्रिको रहती है। महिला का मतदान सूची संगीत खान और धर्म इस्लाम लिखा हुआ है तो उसे आदिवासी कोटे में नौकरी कैसे मिल गई। इसकी जांच की पुष्टि होने के बाद उसे नौकरी छोड़नी पड़ी।