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जनपद पंचायत कसडोल के सभा कक्ष में जनपद अध्यक्ष के साथ अन्य 02 जन प्रतिनिधी के द्वारा राशि लेने का स्

सिनोधा ग्राम पंचायत के सरपंच के द्वारा की गई लिखित शिकायत, शिकायत पर जांच टीम गठित

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बलौदाबाजार, 1 दिसंबर 2024। समाचार संकलन जिला प्रतिनिधि 
जनपद पंचायत कसडोल के जनपद अध्यक्ष सिद्धात मिश्रा का निर्वाचन 2019 में जनपद पंचायत सदस्य के रूप में हुआ मिश्रा शुरू से ही विवादित रहे हैं। इनके द्वारा पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष गौरी देवी को अविश्वास प्रस्ताव कर करके खरीद फरोख्त के माध्यम से अध्यक्ष के रूप में पदासीन हुए। जब से जनपद पंचायत अध्यक्ष बने हैं तब से जनपद पंचायत का शेड्यूल के सभी सरपंच विकासखंड के सभी अधिकारी कर्मचारी उनके कार्य शैली से बहुत ही परेशान रहे हैं इनके द्वारा कभी होली चंदा, कभी दीपावली चंदा, कभी नववर्ष चंदा, कभी दुर्गा चंदा तो कभी गणेश चंदा के नाम से उगाही का कार्य किया जाता रहा है। 
केंद्र सरकार के द्वारा ग्राम पंचायत में समग्र विकास के लिए 15वें वित्त योजना अंतर्गत जनपद पंचायत को राशि उपलब्ध कराई जाती है उपलब्ध राशि के अनुसार कार्य जनपद सदस्यों से लिया जाकर अनुमोदन के पश्चात कार्यों के स्वीकृति दी जाती है। मिश्रा जी के द्वारा भरत दास मानिकपुरी चर्चित ग्राम पंचायत सरपंच के सहयोग से विकासखंड के भोले भाले सरपंचों को डरा कर के 15वें वित्त योजना अंतर्गत पंचायत में कार्य दूंगा करके राशि की उगाही की गई है, और राशि सीमित होने के कारण सभी पंचायत में कार्य दिया जाना संभव नहीं है। सरपंचों का कार्यकाल समाप्ति की ओर है सरपंचों को कार्य नहीं मिलने से राशि की मांग की जा रही है तो सरपंच को सीधे सिद्धांत मिश्रा और उनके सहयोगियों के द्वारा सीधे धमकी दी जा रही है।
ग्राम पंचायत सिनोधा के सरपंच द्वारा लिखित शिकायत किया गया है कि जनपद अध्यक्ष के द्वारा राशि ली गई थी और मुझे आज तक कोई भी कार्य नहीं दिया गया है राशि लेने का वीडियो भी वायरल है जिसमें स्पष्ट रूप से ग्राम पंचायत क्षेत्र के सरपंच मानिकपुर के द्वारा उगाही की गई राशि की गिनती करते हुए दिखाई दे रहे हैं उनके साथ में राजेश जायसवाल जनपद सदस्य भी उपस्थित है। शासकीय कार्यालय में राशि का लेनदेन करना या राशि की गिनती करना यह भ्रष्टाचार किस श्रेणी को इंगित करता है। सूचना यह भी प्राप्त हुई है कि भारत दास मानिकपुरी ग्राम पंचायत चर्चित के दो बार के सरपंच हैं उनके द्वारा भी ग्राम पंचायत में 15वें वित्त के कार्यों में भारी जमकर भ्रष्टाचार किया गया है यदि ग्राम पंचायत छेड़छाड़ में जांच की जाएगी तो दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो जाएगा।निश्चित रूप से जनता क्षेत्र के विकास के लिए जनप्रतिनिधियों का चयन करती है परंतु ऐसे भ्रष्ट जनप्रतिनिधि क्षेत्र के विकास को दरकिनार कर अपने विकास में लगे रहते हैं जिसके कारण से जनता के मन में भारी रोस व्याप्त हो जाता है।
हमारे पास जो वायरल हो रहा है वह वीडियो उपलब्ध है, सिद्धांत मिश्रा से वर्जन लेने के लिए उन्हें तीन बार लगातार फोन लगाया गया परंतु फोन नहीं लगा। जब उनसे वार्तालाप हो जाएगी तब हम उनका वर्जन जोड़ देंगे।