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अनाधिकृत तरीके से दर्जनों को किया निलंबित

स्कूल जबलपुर डायोसिस का, संचनालय छत्तीसगढ़ डायोसिस

24hnbc.com
बिलासपुर, 9 फरवरी 2025। 
पूरे छत्तीसगढ़ में चल रहे डायोसिस के स्कूलों को असल में संचालित कौन कर रहा है। 14 जुलाई 2009 भारत सरकार राष्ट्रीय अल्पसंख्या के शैक्षणिक संस्था आयोग का यह पत्र, यह स्पष्ट करता है कि बर्जेस इंग्लिश सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिलासपुर छत्तीसगढ़ बोर्ड ऑफ़ एजुकेशन चर्च ऑफ़ नॉर्थ इंडिया डायोसिस के अंतर्गत है। और छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में सभी स्कूलों के प्राचार्य डायोसिस छत्तीसगढ़ के तदर्थ बॉडी के पदाधिकारीयों ने 2016 की जनहित याचिका में शपथ पूर्वक कहा था कि स्कूलों का संचालन में नहीं कर रहे हैं। 
डायोसिस ऑफ छत्तीसगढ़ चर्च ऑफ़ नॉर्थ इंडिया 10 मार्च 2023 का यह पत्र जो अजय उमेश जेम्स के हस्ताक्षर से जारी हुआ है, स्पष्ट करता है कि यह बॉडी एढाक अर्थात तदर्थ थी। ऐसे में उन्हें कर्मचारियों की बर्खास्तगी, नवीन नियुक्ति, स्कूल संचालक की नीति बदलने जैसे अधिकार नहीं थे। पर तदर्थ बॉडी ने सालेम स्कूल, बर्जेस स्कूल, सेंट पॉल स्कूल, बॉयज हॉस्टल बिलासपुर में कर्मचारियों को निलंबित किया कुछ स्कूलों में यूनिफाम बदल दी, फीस बढ़ा दी, एफडी के अगेंस्ट लोन लिया और उसे मन माना खर्च भी किया। 
राजधानी के सालेम इंग्लिश स्कूल के संबंध में एक शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर पहुंची है की बिल्डिंग मेंटिनेंस के नाम से पैसा लिया जा रहा है। जबकि निजी स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा अन्य कोई फीस नहीं ले सकता अभी भी इसी शिक्षा सत्र में 8 महीने हो चुके हैं। नई बिशप को 2024 में डायोसिस बोर्ड आफ एजुकेशन में अध्यक्ष होने का प्रमाण पत्र मिल चुका है। कोई भी स्कूल छत्तीसगढ़ डायोसिस बोर्ड आफ एजुकेशन में है ही नहीं पर उन्हें संचालित किया जा रहा है और रोज आर्थिक अपराध को अंजाम दिया जा रहा है। 
छत्तीसगढ़ शासन के कई महकमे इस आर्थिक अनियमितता को जानते हैं पर चुप हैं, करण सब जानते हैं पर कोई बोलता नहीं हाल ही में भिलाई, रायपुर के निजी स्कूल के पलकों ने सीबीएससी के आधार पर पढ़ाई कराई गई और बाद में मान्यता नहीं होने के कारण सीजी बोर्ड में परीक्षा दिलाने की बात कही यह मामला तो सेंट पॉल स्कूल का भी है। पर यहां पालक मुखर होकर आरोप नहीं लगते हैं। कारण वो उसी समुदाय के हैं जिस समुदाय के द्वारा स्कूल चलाया जा रहा है और अब तो उन्हें बोलने के पूर्व डर लगता है कि सच बोलेंगे तो समाज से हूक्का पानी भी बंद हो जाएगा। बेवशी के चलते जुबा खामोश है।