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खाली स्थान को भरने की रेस शुरू

लोकतंत्र सेनानी परिवार बनाम बिलासपुर का सबसे बड़ा हिस्ट्रीशीटर परिवार

24hnbc.com
समाचार -
बिलासपुर, 18 दिसंबर 2022। 14 दिसंबर की शाम प्राण नाथ त्रिपाठी पिता जय नारायण त्रिपाठी की सकरी खनिज बैरियर के पास शूटर द्वारा फिल्मी अंदाज में गोली मारकर हत्या की गई और 18 दिसंबर रात्रि 8:00 बजे बिलासपुर पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया। बाप जय नारायण और उसके दूसरे पुत्र कपिल त्रिपाठी ना तो घटना स्थल पर गए ना किसी हथियार को हाथ लगाया और सूटर का हथियार, गाड़ी, पैसा मुहैया करा कर बड़े हत्याकांड को अंजाम दे दिया। पुलिस ने कुल 13 आरोपियों को पकड़ा है जिसमें 2 महिलाएं भी है पूरे षडयंत्र एक बात जो रेखांकित करके लिखी जाने लायक है वह यह है कि अपने ऊपर होने वाले अत्याचार की शिकायत की जानी चाहिए नहीं करने पर सहानुभूति तो मिल सकती है पर न्याय नहीं मिल सकता, हमारा यह वाक्य जय नारायण त्रिपाठी की मुंह बोली बेटी के लिए है जिसने रिश्तो के नाम पर जीवनी  की घिनौनी सच्चाई झेली और बदले में उसे सलाखें ही मिली। 
हत्याकांड से जुड़ा हुआ सबसे बड़ा प्रश्न जिसका उत्तर ढूंढना आसान नहीं है वह यह है कि शनिचरी बाजार स्थित जय नारायण त्रिपाठी का यह घर जिस पर लोकतंत्र सेनानी परिवार लिखा है बिलासपुर का सबसे बड़ा हिस्ट्रीशीटर परिवार कैसे बनता गया इस भवन पर गुणवती भवन भी लिखा है। बिलासपुर की पुराने जानकार व्यवसाई जानते हैं कि बिलासपुर के वे कौन राजनीतिज्ञ रहे जिन्होंने इस परिवार को अपने स्वार्थ के लिए उपयोग किया और उन्हें पता ही नहीं चला कि कब त्रिपाठी परिवार उनके नियंत्रण से बाहर हो गया । एक की हत्या और दूसरे के लंबे समय अंदर रहने की स्थिति के बाद बिलासपुर में अवैध जमीन के धंधे में बाहुबली की दो बड़ी इमारत धसक जाने के बाद खाली हुए स्थान के लिए लड़ाई तेजी से बढ़ने वाली है। एक जेल गया और एक दुनिया से विदा हो गया दोनों के पास दर्जनों असामाजिक गुंडा मवालीयों की टीम थी । अब इन का लीडर कौन होगा शहर में जब से जमीनों के धंधे में गुंडा तत्वों का उपयोग शुरू हुआ है तभी से बड़े व्यापारियों ने इनका खूब लाभ लिया है। वे अब नए बाहुबली की खोज में लग गए । जमीनों को कब्जा करने, खाली कराने, सट्टा, ब्याज के धंधे में खाली स्थान ज्यादा दिन नहीं रहता।