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तीसरी इंजन की मानसिकता संकुचित, कैसे बनेगा बिलासपुर स्मार्ट सिटी

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बिलासपुर, 28 मई 2025।
स्मार्ट सिटी बिलासपुर के नागरिक कस्बाई मानसिकता से ऊपर ही नहीं उठ पाते इस सूची में स्मार्ट सिटी की प्रथम नागरिक भी शामिल है। नागरिकों को नागरिक सुविधा और व्यवस्थाएं तो स्मार्ट सिटी लेवल की चाहिए पर मानसिकता गुरंदी लेवल की है। सड़क चौड़ी चाहिए पर अपना व्यवसाय नाले पर अतिक्रमण कर के करेंगे। जवाली नाले पर जब रोटरी के साथ समझौते के तहत नाला बन रहा था और बाद में एक विशेष योजना के तहत नाले पर स्लैब डालकर उसे सड़क का रूप प्रदान किया गया तभी नाले के दोनों और जिनके भूखंड थे और निर्माण थे उन्हें स्पष्ट कहा गया था कि नल की ओर मुख्य द्वारा नहीं होगा। दोनों और लगी हुई रेलिंग को ना तो हटाया जाएगा ना ही इस और वाणिज्यिक गति विधि होगी। इतना ही नहीं व्यापवर्तन का नियम भी इस मामले में स्पष्ट है। नाले से 15 फीट दूर से व्यापवर्तन होगा। तब यह प्रश्न उठता है कि जवाली नाले से लगे हुए दोनों ओर के भूखंड का व्यापवर्तन में 15 फीट जगह छोड़ी गई है तो उसे पर किसी भी प्रकार का निर्माण करने वाले निर्दोष कसे कहे जा सकते हैं।
निर्माण लागत आज इतनी बढ़ चुकी है कि अवैध निर्माण धन्ना सेठ ही कर सकता है। यदि शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित देखना है तो शहर के प्रथम नागरिक से लेकर हर नागरिक को कास्बाई मानसिकता से उबरना होगा।
एक दिन पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर ने भाजपा ,प्रदेश सरकार पर अपनी भड़ास निकालते हुए कई गंभीर आरोप लगाए थे तो बिलासपुर नगर निगम की मेयर पूजा विधानी ने निगम प्रशासन पर बिना पूछे , बिना बताए तोड़फोड़ की कार्रवाई करने को लेकर अपना गुस्सा उतारा। ये दो वाकया बताती है कि सरकार में भाजपा के ही लोगों की नाराजगी है । इन दोनों बातों को लेकर कांग्रेस के नेता मजे ले रहे है ।
चूंकि प्रदेश में भाजपा की सरकार है और बिलासपुर नगर निगम में भाजपा की महापौर है इसलिए किसी विवाद या संवाद हीनता की कोई गुंजाइश ही नहीं होना चाहिए बल्कि बिलासपुर के अधिकाधिक विकास के लिए राज्य सरकार से फंड लाने का काम होना चाहिए लेकिन मेयर के आरोपों से तो यही लगता है कि नगर निगम के अफसर और कर्मचारी बड़े निर्णयों को भी महापौर की जानकारी में लाए बगैर ही अंजाम तक पहुंचा देना चाहते है । मेयर ने ज्वाली नाला के पास निर्माण को तोड़ने को लेकर भवन अधिकारी को तलब कर सवाल जवाब करते हुए नाराजगी जताई है । इससे स्पष्ट है कि नगर निगम में महापौर और अधिकारियों के बीच आपसी समन्वय की कमी है। निगम द्वारा किए गए बुलडोजर कार्रवाई महापौर को जानकारी दिए बिना ही कर दी गई. बुल्डोजर कार्रवाई से प्रभावित व्यापारियों ने जब मेयर से शिकायत की, तो मेयर ने अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई. इसके साथ ही उन्होंने निगम में अफसरशाही चलाए जाने पर नाराजगी जाहिर की है.
, जवाली नाला रोड पर सोमवार को नगर निगम ने बुलडोजर कार्रवाई करते हुए कई व्यापारियों के दुकानों को हटा दिए. इससे समुदाय में भारी आक्रोश भड़का. प्रभावित व्यापारियों ने मेयर पूजा विधानी के कार्यालय का रुख कर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए और अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.
शिकायत मिलने पर मेयर विधानी ने बिलासपुर नगर निगम की भवन शाखा के मुख्य अधिकारी को तलब किया और कार्रवाई के पीछे की कारण-विवरण पूछे।. जब अधिकारी संतोषजनक जवाब देने में असफल रहे, तो मेयर ने निगम में बढ़ती अफसरशाही पर कड़ी नाराजगी जताई।. उन्होंने आरोप लगाया कि सिंधी समाज के व्यापारियों को बिना कोई पूर्व सूचना या वैकल्पिक व्यवस्था बताए निशाना बनाया गया.।
मेयर ने स्पष्ट रूप से कहा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि भविष्य में किसी भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से पहले जनप्रतिनिधियों को सूचित करना अनिवार्य होगा तथा मानवीय दृष्टिकोण अपनाया जाए।
मेयर पूजा विधानी खुद प्रभावित इलाके का दौरा करने पहुंची. निरीक्षण के दौरान उन्होंने निगम अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि मनमानी और बिना समन्वय के कोई भी कदम दोहराया नहीं जाएगा.।
कांग्रेस ने बनाया मुद्दा
इधर कांग्रेस के नेता चटखारे लेकर बयान दे रहे है ।ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जावेद मेमन ने कहा अपनी ही पार्टी की सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर के कल दिए गए बयानों और ,शहर में अवैध निर्माण कार्य पर निगम की कार्रवाई को लेकर मेयर पूजा विधानी और उनके पति पूर्व सभापति अशोक विधानी की बयान बाजी से स्पष्ट होता है प्रदेश सरकार और निगम में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा । ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जावेद मेमन ने पूर्व गृहमंत्री तथा पूर्व सभापति के बयान को लेकर कहा है कि भाजपा के लोगों को अपनी ही सरकार पर भरोसा नहीं है और अशोक विधानी के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि नगर निगम में अफसर शाही चल रही है महापौर तथा भाजपा पार्षदों की अधिकारी नहीं सुन रहे हैं। महापौर को अपने ही विभाग के अधिकारियों पर भरोसा नहीं है। पूर्व गृहमंत्री के बयान पर स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। खुद भाजपा के बड़े नेता अपनी ही सरकार पर भाजपा के प्रत्याशी को हराने तथा भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। ननकी राम कंवर ने कल कहा था कि भाजपा शासन काल में बिना पैसे के काम नहीं हो रहे हैं तथा कोटवार की जमीन को खरीद बिक्री की जा रही है। राम भरोसे भाजपा सरकार चल रही है। वहीं दूसरी ओर ज्वाली नाला के किनारे तीन मंजिला चार मंजिला अवैध निर्माण पर निगम की तोड़फोड़ की कार्रवाई को लेकर कल पूर्व सभापति अशोक विधानी ने बयान दिया था कि सिंधी समाज के दुकानों को टारगेट किया जा रहा है। समाज विशेष की दुकानों में ही तोड़फोड़ की जा रही है। निगम की तोड़फोड़ की लगातार हो रही कार्रवाई पर अशोक विधानी ने निगम अधिकारियों पर नाराजगी जताई थी। जबकि निगम आयुक्त का कहना है कि ज्वाली नाला में नियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है जिन्होंने निगम के बिना अनुमति तथा नियम विरुद्ध निर्माण कार्य किया है। शहर में लगता हो रही तोड़फोड़ की कार्रवाई से भाजपा में बवाल मच गया है। मेयर पूजा विधानी को समाज के लोगों की सुननी पड़ रही है जबकि समाज भाजपा के पक्षधर है ।ऐसा ही रहा तो समाज का विश्वास उठ जाएगा ।निगम के अधिकारियों ने कहीं सोची समझी चाल के तहत तो यह कार्रवाई नहीं की है ?