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जिसे दी गई थी परी समापन की जिम्मेदारी वही लग गया लेनदेन के खेल में

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समाचार - बिलासपुर
बिलासपुर। उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं बिलासपुर के आदेश को सहकारी निरीक्षक कितना तवज्जो देते हैं उसका एक उदाहरण उप पंजीयक द्वारा 8 फरवरी 2022 को निकाला गया कार्यालीन आदेश है। इस पत्र की 6 प्रतिलिपि हुई प्रथम दो प्रतिलिपि आवश्यक हैं पहला श्रीमती मीनू अग्रवाल जिन्हें कोयला कर्मचारी गृह निर्माण एवं कल्याण सहकारी समिति बिलासपुर का परी समापन अधिकारी नियुक्त किया गया दूसरा आर एन तिवारी जिन्हें पूर्व में यही दायित्व दिया गया था। पत्र में स्पष्ट लिखा है की 24 दिसंबर 2021 को आर एन तिवारी सहकारी निरीक्षक को कोयला कर्मचारी गृह निर्माण समिति का परी समापन नियुक्त किया गया और 8 फरवरी 2022 को उनमें से यह काम वापस लेकर श्रीमती मीनू अग्रवाल को सौंप दिया गया आश्चर्य की बात यह है कि दोनों ही निरीक्षक ने उप पंजीयक के आदेश का पालन नहीं किया। यह अपने आप में सहकारी कार्यालय में व्याप्त अनियमितता और उसके आगे भ्रष्टाचार की कहानी है। कोयला कर्मचारी गृह निर्माण एवं कल्याण सहकारी समिति बिलासपुर एक बड़ा संस्था है और इसके हितग्राही अनिवार्य रूप से एसईसीएल के कर्मचारी हैं संस्था वित्तीय अनियमितता में फंसी है तभी तो उसका परी समापन हो रहा है पूर्व में जे आर के आदेश से संचालक समिति भंग हो गई थी और 2021 के आदेश डीआर के मुताबिक इसका परी समापन हो गया घोर आश्चर्य की बात है जिस संस्था का परी समापन आदेश 2021 में निकला है उसका परी समापन अधिकारी शानदार 1 साल 8 महीने हो जाने के बावजूद परी समापन की कार्यवाही प्रारंभ में ही नहीं कर रहा है सूत्र बताते हैं कि दोनों निरीक्षकों ने कभी भी कार्यभार लिया ही नहीं ऐसे में यह मानने के पर्याप्त कारण है कि सहकारी संस्था का अध्यक्ष और सचिव जो 2021 में रहा होगा निरीक्षक को मोटा लाभ देता होगा तभी तो निरीक्षक सहकारी समिति अधिकारी आदेश का पालन नहीं करता और जिन कारणों से सहकारी समिति लगरा को बर्खास्त किया गया उसमें परी समापन अधिकारी विठाला गया वो भ्रष्टाचार जमीनों का खेल सतत जारी है और निरीक्षक अब उस खेल का हिस्सा है। इस संदर्भ में सहकारी निरीक्षक से दो बार टेलिफोनिक बात करने का प्रयास किया गया मगर निरीक्षक ने फोन नहीं उठाया।