जेल जाने के कुछ ही घंटों बाद आनन-फानन में जमानत मिलने पर जेल से बाहर आये कुख्यात और 50 हजार के इनामी रहे रवि गोप के मामले में कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। सूत्रों की मानें तो रवि गोप के ताल्लुकात कई पुलिसवालों से बेहद अच्छे रहे हैं। उनसे साठगांठ करके ही रवि गोप जेल से बाहर आ गया है और पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी ही करती रह गई। दरअसल, दानापुर के नासरीगंज में हुए एक युवक के अपहरण व हत्या मामले में वह वर्ष 2018 से ही फरार चल रहा था। फरारी के बाद पकड़े नहीं जाने पर पुलिस महकमे की ओर से उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया। इसके बाद से ही पटना पुलिस रवि गोप की तलाश में थी लेकिन वह पकड़ा नहीं जा सका। सूत्रों की मानें तो कुछ पुलिसवालों के संरक्षण में वह फरारी के वक्त पटना में छिपकर रह रहा था। यही वजह रही की सटीक सूचना मिलने के बाद बीते 6 दिसंबर को रंगदारी मांगने के एक मामले में एसटीएफ ने उसे पटना में गिरफ्तार किया। बाद में दीघा थाने की पुलिस द्वारा उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस की सुस्ती या फिर कुछ और। जमानत मिलने पर वह जेल से छूट गया। दिल्ली व नोएडा में है करोड़ों की भूमि
सूत्रों की मानें तो फरारी के दो साल में रवि गोप ने दिल्ली और नोएडा में करोड़ों की भूमि अर्जित की। पटना के दीघा के साथ ही अन्य इलाकों में भी उसने कई प्लॉट लिये हैं। दीघा के रामजीचक में उसका सिक्का व आतंक चलता रहा है। उसके आतंक के चलते कोई खुलकर सामने नहीं आता। यही वजह रही रंगदारी मांगने के मामले में पीड़ित को उससे समझौता करना पड़ा। नेपाल भाग गया रवि गोप
जेल से छूटने के बाद कुख्यात रवि गोप नेपाल भाग गया। अब पुलिस उस तक पहुंचने के प्रयास में जुट गई है। वहीं बेऊर सह फुलवारीशरीफ जेल अधीक्षक सत्येंद्र कुमार सिंह का कहना है कहना है कि उन्हें प्रोडक्शन वारंट नहीं मिला था। कोर्ट द्वारा दी गई जमानत के बाद ही उसे जेल से रिहा किया गया।