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24hnbc चार बड़े घोटालों को छोड़ विधायक को क्यों याद आया महमंद
Friday, 30 Dec 2022 18:00 pm
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समाचार -
बिलासपुर, 31 दिसंबर 2022। धान खरीदी को लेकर मस्तूरी ब्लॉक की राजनीति इन दिनों गरम हो उठी है। एक तरफ जयराम नगर, गतौरा, गोढाडीह, एरमशाही, चिल्हाटी जैसे भ्रष्ट धान खरीदी केंद्र हैं जहां पर क्रमशः 27 लाख, 82 लाख, 50 लाख, 27 लाख जैसे बड़े घोटाले हैं उन सब को छोड़कर क्षेत्रीय विधायक ने कल महमंद धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया और कुछ कट्टों में डेढ़ से 2 किलो अतिरिक्त धान को बड़ा भ्रष्टाचार बताया। उन्होंने चर्चा करते हुए सविस्तार बताया कि धान खरीदी केंद्र में 1 से 2 किलो प्रति कट्टा कैसे गोलमाल हो रहा है उन्होंने यह भी कहा कि शॉर्टेज के गमलों में महमंद नंबर एक है। हमें यह आश्चर्य लगता है कि स्थानीय विधायक को एरमशाही, गोढाडीह, में लाखों का झोल निरीक्षण का विषय क्यों नहीं दिखाई देता। यहां पर सहकारिता विभाग का एक ऐसा भस्मासुर बैठा है जिसे यदि निपटा दिया जाए तो मस्तूरी क्षेत्र का धान खरीदी का कलंक ही समाप्त हो जाएगा। 
जानकार बताते हैं कि वह भस्मासुर जिसका हाल ही में तबादला किया गया है उसे 15 दिन बाद भी रवानगी नहीं दी जा सकी है सहकारी बैंक के अध्यक्ष का तबादला आदेश बस तबादला बनकर रह गया है। कुछ जानकार बताते हैं असल में सहकारिता क्षेत्र में जो सक्रिय कर्मचारी समिति प्रबंधक धान खरीदी के कर्ता-धर्ता है वह सीधा सीधा राजनीतिक दलों के आकाओं के साथ सेंटर 2 वोट लो का समीकरण भी ठान लेते हैं, यही कारण है कि मस्तूरी क्षेत्र में एक ही आदमी को पामगढ़, मूलमुला, लोहर्सी, मल्हार में गड़बड़ी करने दी गई। लगभग 15 दिन पूर्व मल्हार समिति में धान खरीदी से ज्यादा खाद घोटाला सामने आया पर स्थानीय विधायक को उसमें घपला दिखाई नहीं दिया जबकि मल्हार का फ़र्टिलाइज़र घोटाला इतना बड़ा है और क्षेत्र के बड़े लोगों के द्वारा किया गया है कि उसकी जांच बेहद जरूरी है। जानकार कहते हैं कि मल्हार में वर्ष 2016-17 में भी इसी तरह का बड़ा घोटाला हुआ था तब संबंधित थाने में एक प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी कुछ नामजद आरोपी अग्रिम जमानत के लिए उच्च न्यायालय तक गए पर इस संबंध में जांच का परिणाम क्या हुआ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद न्यायालय में चालान प्रस्तुत क्यों नहीं हुआ और 2016-17 के धान घोटाले में आरोपी को किसने बचाया यह प्रश्न अभी भी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनते हैं पर कोई जवाब नहीं देता। महमंद में विधायक का औचक निरीक्षण मस्तूरी क्षेत्र की अन्य समितियों में चल रही गड़बड़ी पर बैलेंस बनाने की नीति तो नहीं है।