संदर्भ पचपेड़ी थाना थाने में पदस्थ लोकल पुलिस कैसे हो निष्पक्ष कार्यवाही
Sunday, 06 Nov 2022 18:00 pm
24 HNBC News
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समाचार :-
बिलासपुर, 7 नवंबर 2022। मस्तूरी ब्लाक के थाना पचपेड़ी सहित कुछ ग्रामीण थानों की लचर स्थिति के पीछे बड़ा कारण थाने में पदस्थ स्थानीय स्टॉप बताया जाता है। जानकार बताते हैं कि पचपेड़ी थाने में ही कुल मौजूदा स्टाफ का 80% स्थानीय स्टाफ है। इसमें से कुछ तो इसी थाने से लाइन हाजिर किए गए बाद में पुनः इसी थाने में पदस्थ हो गए शांति प्रिय नागरिकों का पुलिस कर्मचारियों से सामान्य शिष्टाचार वाला संबंध हो या नहीं संदिग्ध गतिविधियों में पकड़े जाने वाले आरोपी का पुलिस कर्मचारियों से बड़ा मित्रवत संबंध होता है। और इसी मित्रवत संबंध के चलाते अपराधियों के हौसले बुलंद रहते हैं। बताया जाता है कि पचपेड़ी थाना क्षेत्र के 40 गांव के अंतर्गत कुल 120 अवैध शराब का धंधा करते हैं। यह जानकारी ना केवल थाने के स्टाफ को है, बल्कि आबकारी विभाग को है, साथ ही क्राइम कंट्रोल यूनिट को भी है। जब कभी अवैध शराब, सट्टा, जुआ की खबरें थाने की लचर पुलिसिंग पर कटाक्ष ज्यादा होता है तो, बेहद आसानी से कार्यवाही कर ली जाती है क्योंकि अवैध काम कौन कर रहा है किस गांव में किया जा रहा है का होमवर्क तो पहले से किया हुआ है। इसलिए जब कभी भी प्रशिक्षु अधिकारी किसी क्षेत्र में पदस्थ होता है तो कार्यवाही में तेजी आ जाती है। जितने सेक्शन प्रशिक्षण के दौरान सिखाना जरूरी होते हैं उन सब अपराधों की लाइन लग जाती है। यहां तक की आर्म्स एक्ट के मामले भी कायम होते हैं पचपेड़ी की कमाई और नियुक्ति के संबंध में तो कैबिनेट सिफारिश तक आती है ऐसे में निष्पक्ष कार्यवाही सुविधा वसूली कैसे रुक सकती है।
याद करें जिले के एक पुलिस कार्यक्रम में कांग्रेस के ही विधायक ने रेट लिस्ट की बात कह दी थी हालांकि इस कार्यक्रम में माननीय गृह मंत्री महोदय सशरीर उपस्थित नहीं थे लेकिन ऑनलाइन जुड़े थे।