24hnbc जिस तरह की मेहनत प्रदेश प्रभारी कर रहे हैं, हारी हुई विधानसभा सीट का परिणाम पूर्ववत रहेगा
Tuesday, 20 Sep 2022 18:00 pm
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समाचार :-
बिलासपुर, 21 सितंबर 2022। कल बिलासपुर में हारी हुई विधानसभा सीट की समीक्षा के लिए कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बिलासपुर में थे। बताया जाता है कि वे जिला मुख्यालय में बैठकर हारी हुई सीट की समीक्षा करने आए थे। इसके पहले हारी हुई सीट की एक समीक्षा बैठक हारे हुए क्षेत्र के पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को बुलाकर सीएम ने अपने आवास पर भी की थी। कुल मिलाकर दोनों बार यह कहा जा सकता है कि समझ नहीं आता की कुआं प्यासे के पास जा रहा है की प्यासा कुएं के पास जा रहा है। 4 विधानसभा सीट के कार्यकर्ता बिलासपुर जिला कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, इससे इन नेताओं की साख बढ़ गई जो मैदान पर पकड़े ही नहीं रखते। इनमें से कुछ नहीं था तो विधानसभा टिकट के दावेदार भी हैं। समीक्षा कार्यक्रम जिला मुख्यालय पे था उसके बावजूद प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया जांजगीर से मार्ग बदलकर अपने एक समर्थक जायसी के पेट्रोल पंप पर स्वागत कराने चले गए, रास्ते में कुछ महत्वपूर्ण स्थानों पर कांग्रेस के ही कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्र थे यह सोच कर कि अपने प्रदेश प्रभारी का स्वागत करेंगे किंतु उन कार्यकर्ताओं के स्वागत के लिए प्रदेश प्रभारी 1 से 2 मिनट भी देना नहीं चाहते थे। और एक अन्य क्षेत्रीय नेता के पेट्रोल पंप पर जाकर हार पहने, कहते हैं ये नेता मस्तूरी से टिकट के पुराने दावेदार हैं जांजगीर लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव हार चुके हैं और अब दो बार से विधानसभा टिकट के लिए तमाम दांवपेच करते हैं। बिलासपुर जिला मुख्यालय पर समीक्षा के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं का गुस्सा भी देखने को मिला आखिर क्यों ना हो। पीएल पुनिया ही तो थे जिन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव के पूर्व गुजराती भवन में सैकड़ों कार्यकर्ताओं को यह आश्वासन दिया था कि जीता कर लाइए सरकार आपके लिए है और केवल 80 विधायक नहीं एक सौ से ज्यादा लाल बत्ती निगम मंडल अध्यक्ष आयोग के सदस्य की कुर्सी कार्यकर्ताओं का इंतजार कर रही है पर लंबे इंतजार के बाद ये कुर्सियां कार्यकर्ताओं को नहीं मिली। जिन्हें मिली वे तो चुनाव हारे हुए प्रतिनिधि हैं और हारे हुए प्रतिनिधि मंच पर आसीन होकर समीक्षा कर रहे हैं ऐसे में कांग्रेस के नेता चाहे जितना प्रस्ताव पास करा ले जब तक सड़क पर जाकर हारी हुई विधानसभा सीट की सड़के नहीं ना पाएंगे प्यासा बन कर कुएं के पास नहीं जाएंगे वर्ष 2023 के चुनाव में हारी हुई विधानसभा सीट का परिणाम नहीं बदलने वाला. ....।