एसईसीएल ढ़ेलवाड़ीह परियोजना का मामला दो फर्जी नौकरी के मामले में 17 लोगों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध
Sunday, 17 Apr 2022 00:00 am
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समाचार - कोरबा
कोरबा। भूस्वामी को मृत बताकर और सरपंच, पार्षद की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार कराते हुए एक ही महिला को फर्जी मां और पुत्री बनाकर एस ई सी एल की ढेलवाडीह परियोजना में दो फर्जी नौकरी के मामले में 17 लोगों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है। मामला बहुत ही संगीन और गंभीर प्रवृत्ति का है लेकिन इसके अपराधी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए हर जुगत लगा रहे हैं। ढेलवाडीह पंचायत का तत्कालीन सरपंच शिव गणेश सिदार भी फर्जीवाड़ा में सहयोगी है और घूम रहा है। ये आरोपीगण बाहर रहे तो जांच नि:संदेह प्रभावित होगी। गिरफ्तारी पुलिस को करना है और पुलिस ही इन्हें बचने का मौका दे रही है। इसके लिए रास्ते भी बताए जा रहे हैं और अग्रिम जमानत लेकर आने तक किसी भी तरह से गिरफ्तार नहीं होने देने का वादा भी निभाया जा रहा है। एक आरोपी ने तो एक जनपद प्रतिनिधि के संरक्षण में चढ़ावा भी चढ़ा दिया है और दूसरे आरोपी उसके नक्शे कदम पर चलने के लिए तत्पर हैं व अधिकारी फरार बताकर बचाने की कोशिश में।
वैसे तो इस मामले में पीड़ित प्रेम लाल साहू वर्षों से चप्पलें घिसता रहा किन्तु यदि पूर्व की शिकायत पर तत्कालीन पुलिस अधिकारियों द्वारा जांच करा ली जाती तो आज सभी अपराधी सलाखों के पीछे होते और फर्जी नौकरी करने वाले कम से कम निलंबित तो रहते ही। प्रारंभिक सांठगांठ का नतीजा रहा कि न्यायालय को एफआईआर के लिए आदेश करना पड़ा। आधा दर्जन से अधिक विभिन्न धाराओं में अपराधी बनाए गए इन लोगों के विरुद्ध तात्कालिक, त्वरित और ठोस पुलिसिया कार्रवाई की आवश्यकता है जो कहीं ना कहीं पुलिस कप्तान को अंधेरे में रखकर काम किया जा रहा है। शिथिल रवैया एसईसीएल प्रबंधन द्वारा भी अपनाया जा रहा है अन्यथा मामले का खुलासा और एफआईआर होने के बाद फर्जी नौकरी कर रहे इन दोनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर देना चाहिए और खुद के राजस्व अमले से भी जांच करानी चाहिए। इस तरह के गंभीर प्रकरण में किसी भी तरह के अभयदान की गुंजाइश रखना पीड़ित प्रेमलाल के साथ अन्याय ही होगा।
बता दें कि प्रेम लाल साहू पिता हीरा लाल साहू निवासी मानस नगर,कोरबा के साथ मुख्य आरोपी लोमेश तिवारी ने छल किया है। सत्र 1993 में प्रेमलाल ने लोमेश तिवारी के माध्यम से चमरा दास पिता मिलाप दास की भूमि कुल 10 डिसमिल ग्राम ढेलवाडीह में खरीदा था। बाद में लोमेश तिवारी द्वारा षड्यंत्र व धोखाधड़ी कर प्रेमलाल साहू को ब्राम्हण बनाकर मृत बताकर अपनी चचेरी बहन कुमुद तिवारी को (फर्जी) रजनी तिवारी बनाकर प्रेम की पुत्री बताकर प्रेम के खाते की भूमि को फर्जी रजनी के नाम पर चढ़ा कर उसके पति रवि शंकर तिवारी को प्रेम की जगह नौकरी लगवा दिया गया।लोमेश ने फर्जी रजनी तिवारी को सीतामढ़ी का निवासी साबित कराया। षडयंत्र पूर्वक कूट रचित दस्तावेज तैयार कर कुमुद को बसंत कुमार पाण्डेय की मां बनाकर कुमुद की जमीन पर नौकरी लगवाया जबकि बसंत की मां का नाम रामकली पाण्डेय है।
पीड़ित प्रेम द्वारा शिकायत करने पर लोमेश तिवारी ने षड्यंत्र पूर्वक कूटरचित दस्तावेज रजनी का फर्जी जन्म प्रमाण बनवाया गया। प्रेम लाल तिवारी पिता हीरालाल तिवारी मृत्यु दिनांक 15.12.1993 नामक फर्जी किरदार को प्रमाणित करने के लिए फर्जी मृत्यु के 20 वर्ष बाद मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया। फर्जी प्रेम लाल तिवारी द्वारा चमरा दास पिता मिलाप दास से भूमि खरीदी प्रमाणित करने के लिए कूट रचित बिक्री नामा प्रेमलाल पिता हीरालाल जाति ब्राहमण अंकित कर 09.05.1990 को भूमि खरीदी कर फर्जी गवाह लाल सिंह,इतवार सिंह बनाकर बिक्री नामा का दस्तावेज तैयार किया। फर्जी रजनी तिवारी को वास्तविक प्रमाणित करने ढेलवाडीह से मतदाता कार्ड बनवाया जिसमें रजनी तिवारी पति रविशंकर तिवारी जन्म तिथि 1977 अंकित है। निवासी प्रमाणित करने फर्जी पंचनामा में फर्जी गवाहों परस राम पटेल, राकेश साहू, लक्ष्वनतिन, रवि कुमार,जय चौहान का सहारा लिया गया।
गिरफ्त से बचने के लिए प्रयासरत हैं आरोपी
लोमेश तिवारी पिता रामलाल तिवारी निवासी ढेलवाडीह,कुमुद तिवारी पिता देवी प्रसाद तिवारी ग्राम कुरियारी हाल पता ढेलवाडीह एसईसीएल कलोनी, रजनी तिवारी पति रवि शंकर तिवारी ढेलवाडीह कलोनी,बसंत कुमार पांडेय पिता नर्मदा प्रसाद तिवारी ढेलवाडीह, बिरस बाई खुटे पति रघुनाथ खुटे पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत कुरियारी, रोशन कश्यप सरपंच पति कुरियारी, भागवत प्रसाद कुरियारी,पटेल लाल सिंह ढेलवाडीह, पार्षद बंशीलाल महिलांगे मोती सागरपारा, शिव गणेश सिदार भूतपूर्व सरपंच ग्राम कसरेंगा ढेलवाडीह, पटवारी बुधवार कुदरीपारा बांकीमोगरा, परसराम पटेल सीतामणी,राकेश साहू सीतामणी, लक्ष्वनतिन सीतामणी रवि कुमार, जय चौहान सभी निवासी सीतामणी के विरुद्ध धारा 419, 420, 463, 464, 467,468 ,469, 474, 120बी,500 भादवि के तहत अपराध सीएसईबी चौकी प्रभारी एसआई नवल साव की रिपोर्ट पर दर्ज किया गया है। ये आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए तरह-तरह की जुगत और एप्रोच लगाने के साथ चढ़ावा चढ़ाने लगे हैं।