24hnbc शिक्षा विभाग का प्रतिनियुक्ति घोटाला है तो 1 cr के ऊपर का, मुख्य आरोपी तक पहुंचना ही नहीं चाहते....?
Tuesday, 15 Feb 2022 18:00 pm
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समाचार - बिलासपुर
बिलासपुर। विश्व गुरु के देश में पुराना दोहा है। गुरु गोविंद दोऊ खड़े के आगे यही समझ आता है कि अब गुरु बहुत शातिर हो गए हैं, और सुपरकाक भी उनके सामने चेले नजर आते हैं। यदि शिक्षा विभाग में बिलासपुर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से 200 प्रतिनियुक्ति हुई और न्यूनतम राशि प्रति लाभार्थी 1 लाख रुपए भी ली दी गई तो उसका सीधा अर्थ है कि शिक्षा विभाग प्रतिनियुक्ति खेल में 50 प्रतिशत भी गड़बड़ी हुई है तो यह खेल 1 cr से ऊपर का है। 4 फरवरी को पुलिस ने एफआईआर तो कर ली किंतु अब जांच में वैसी तेजी नहीं दिखाई जा रही है जिसकी जरूरत है। ऐसे ने जनसामान्य को यही लगता है कि किसी बड़े प्रभावशाली अधिकारी पर आंच न आए का खेल चल रहा है। कुछ लोग तो यह भी कहते हैं कि गिरफ्तार किए गए शिक्षकों का बयान मजिस्ट्रेट के सामने तुरंत करा लिया जाना चाहिए। संयुक्त संचालक कार्यालय में पदस्थ सोम शिक्षक है बताया जाता है कि कंप्यूटर डिकोड नहीं हो रहा लगता है, कि सोम आदतन अपराधी है जिसके कंप्यूटर को खोलना जांच एजेंसी को खोलना इतना कठिन नजर आ रहा है। ऐसी ही खबर निलंबित आईपीएस जीपी सिंह के बारे में भी थी जिनके मोबाइल को डिकोड नहीं किया जा सका। सोम को फरार बताया जा रहा है। जबकि बिलासपुर जिले के काबिल पुलिस अधिकारी दूसरे राज्यों में जाकर भी अपराधियों को पकड़ कर लाए हैं। याद करें वह अपराध जिसमें शहर कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष को तारबाहर पुलिस नागपुर से गिरफ्तार करके ले आई थी, वह मामला तो एक यातायात आरक्षक को धमकाने मात्र का था। यहां तो पुलिस के अधिकारी जांच की प्रगति संबंधित प्रश्न पर व्हीआईपी ड्यूटी में व्यस्त होने की बात करते हैं यदि यही बात है तो इस जांच में अब कोई प्रगति 25 फरवरी के बाद ही होगी क्योंकि इसके पहले पूरा अमला मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारी में लगा रहेगा इसी बीच शिक्षा विभाग में जो तबादले हुए हैं उसका भी निष्कर्ष यही है कि पूर्व के एक भ्रष्ट अधिकारी जिनके खिलाफ एसीबी में एफआईआर भी दर्ज है। को बिलासपुर में पदस्थ करके सब गलत कामों को कागजी तौर पर ठीक कराया जा रहा है।