24hnbc 1 साल का बजट 25 साल की कल्पना फिर भी अनुत्तरित हैं, जनता के प्रश्न
Saturday, 05 Feb 2022 18:00 pm
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समाचार - बिलासपुर
बिलासपुर। 1 साल का बजट 25 साल की कहानी अब केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्री राज्यों की राजधानी तथा मुख्य शहरों में जाकर केंद्र के बजट को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। यह काम दो स्तर पर हो रहा है। पहला जहां पर भाजपा की राज्य सरकारे हैं, दूसरा जहां पर अन्य राजनीतिक दलों की सरकार हैं। प्रथम योजना में डबल इंजन की कहानी बता कर जनता को अच्छा-अच्छा बताना है और दूसरे स्तर के राज्यों पर यह आरोप लगाना है कि वहां की राज्य सरकारें केंद्र को सहयोग नहीं करती इसलिए गैर भाजपा शासित राज्य विकास में पिछड़े हैं। यह भाजपा का पुराना तरीका है। छत्तीसगढ़ राज्य में 2001 से 2003 के बीच केंद्र के मंत्री कांग्रेस की सरकार पर यही कह कर हमला करते थे और यही काम अब चुनाव को देखते हुए फिर से शुरू हो गया है। कल रायपुर में बिक चुके एयरवेज कंपनी वाले मंत्रालय के मंत्री ज्योतिरादित्य ने किया और आज यही काम बिलासपुर में मंत्री रेणुका सिंह करेंगी। रायपुर राजधानी है लिहाजा कैबिनेट मंत्री भेजा गया बिलासपुर का कद छोटा है, लिहाजा आरोप राज्य मंत्री के मुख से लगा दिए जाएंगे। वैसे छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार के बड़े कमाऊ पूत हैं । जिनमें रेल मंत्रालय का सबसे कमाऊ जोन एसईसीआर, कोल मंत्रालय की सबसे कमाऊ मिनी रत्न कंपनी एसईसीएल किंतु इन दोनों सेक्टरों को जिस तेजी से निजी क्षेत्र को सौंपा गया है अब इनसे लोक कल्याणकारी कार्यों की उम्मीद पूरी नहीं होती। आम जनता जिन प्रश्नों को मंत्री महोदय से पूछना चाहती है उनमें मुख्य है 2 करोड़ रोजगार का वादा 60 लाख पर अटका टैक्स से कमाई 23 लाख करोड़ खर्चा, 38 लाख करोड़ 15 लाख करोड़ कैसे आएगा। रक्षा बजट में अप्रत्याशित वृद्धि कर 300 करोड़ का पेगासस क्यों खरीदा। डिजिटल शिक्षा से किया क्लासरूम शिक्षा समाप्त हो जाएगी। 100 स्मार्ट सिटी कहां गायब हो गई देश ने मेक इन इंडिया का सपना दिखाकर एक्सपोर्ट इनपोर्ट से कम कैसे हो गया। केंद्रीय दर्जे वाले विश्वविद्यालयों में 10,000 पद कब भरोगें, जनता के बीच आय की असमानता कैसे बराबर होगी, टैक्स पेयर के पैसे से केंद्र सरकार अपने कर्जे का ब्याज जो कि 9 लाख 40 हजार 6 सौ 51 करोड़ है क्यों चुकाती है तथा कृषि पीडीएस, फर्टिलाइजर, हेल्थ, आवास, स्मार्ट सिटी, मिड डे मील का, मनरेगा का बजट आवंटन इतना कम क्यों कर दिया गया । हम जानते हैं कि आज राज्य मंत्री रेणुका सिंह इन सब प्रश्नों का उत्तर नहीं देंगी ......