उन्हें ऐसी मांगें करने का का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि 15 साल से किसानों के लिए इन लोगों ने क्या किया, यह छत्तीसगढ़ के किसान बखूबी जानते हैं। कहा कि धान खरीदी के लिए बारदाने की भी कोई कमी हम होने नहीं देंगे। हमने स्थानीय स्तर से सारी व्यवस्थाएं कर ली है। केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में हमें बारदाना नहीं मिला है।
हमने केंद्रीय जूट कमिश्नर को जून माह में ही बारदाने की उपलब्धता के लिए पत्र लिखा था, लेकिन जूट कमिश्नर ने कोरोना संक्रमण के कारण इस बार बारदाने का उत्पादन पर्याप्त नहीं होने का हवाला दिया। पश्चिम बंगाल ने बारदाना उत्पादन कम होने की जानकारी दी। इसको देखते हुए हमने प्रदेश में धान खरीदी एक दिसंबर से शुरू करने का निर्णय लिया।