24 HNBC News
24hnbc री काउंटिंग के ड़ंक से आज भले ही बच जाएं जयरामनगर सरपंच, किंतु वित्तीय अनियमितता में तय है बर्खास्तगी
Tuesday, 14 Sep 2021 18:00 pm
24 HNBC News

24 HNBC News

24hnbc.com
समाचार - बिलासपुर
बिलासपुर/ मस्तूरी । जयरामनगर सरपंच पुनरमतगणना का विवाद बगैर 66 घूमे हुए वोटों के कैसे हल हो सकता है । 2019 मतदान के दिन जब मतगणना हुई तो यह मतगणना जयरामनगर स्कूल में हुई थी जीते हुए प्रत्याशी गिरजा अग्रवाल को 1303 और हारे हुए प्रत्याशी लीलाबाई शर्मा को 1213 वोट मिले 6 बूथ की मतगणना में लीलाबाई 450 वोट से आगे थी शेष एक बूथ में ऐसा क्या कमाल हो गया कि 450 वोट का अंतर भी पट गया और गिरजा अग्रवाल 90 वोट से जीत भी गई पराजित प्रत्याशी ने इस संदर्भ में री काउंटिंग के लिए अनुविभागीय दंडाधिकारी के यहां आवेदन पत्र प्रस्तुत किया काफी दांवपेच के बाद जयरामनगर के 4 आम नागरिकों का शपथ पत्र काम कर गया उस शपथ पत्र को आधार बनाते हुए एसडीएम ने रिकॉर्डिंग का आदेश कर दिया। री काउंटिंग के लिए मास्टरट्रेनर्स बैठे और इस बार री काउंटिंग एसडीएम कक्ष में हुई। यहां पर लीलाबाई 26 वोट से विजेता घोषित की गई इतना ही नहीं उन्हें जीत का प्रमाण पत्र भी दे दिया गया । कुछ दिनों बाद एक नया विवाद सामने आ गया मूल काउंटिंग रि काउंटिंग के बीच में 66 वोटों का घूम जाना अपने आप में बड़ा मामला बन गया और इन 66 वोट के गड़बड़ी को ही उच्च न्यायालय ने स्थगन का आधार बना लिया । गिरजा अग्रवाल को उच्च न्यायालय से स्थगन मिल गया और एसडीएम को यह निर्देश दिया गया कि वह वाद प्रश्न तैयार करे तथा नियम 11 के तहत कार्यवाही करें। उभय पक्षों के आवेदन पत्रों का निराकरण करते करते अब यह मामला फैसले पर आ गया है किंतु इस बात की संभावना कम ही है कि पीठासीन अधिकारी री काउंटिंग के निर्णय को बहाल करेंगे लगता है कि वह मूल काउंटिंग को ही जायज ठहराएंगे रि काउंटिंग के निर्णय को सही मानने पर मूल काउंटिंग के सदस्यों के खिलाफ अपने आप एफ आई आर का मामला बनता है ऐसा कम ही होता है कि कोई पीठासीन अधिकारी अपने ही मतगणना दल के खिलाफ एफ आई आर की नौबत ला दे, आज के निर्णय में भले ही गिरजा देवी अग्रवाल को फौरी राहत मिल जाए किंतु विवाद उनका पीछा नहीं छोड़ता 3 माह पूर्व पंचायत विभाग से उनके विरुद्ध धारा 39 - 40 का प्रतिवेदन मस्तूरी एसडीएम को प्रेषित किया गया है गिरजा देवी अग्रवाल के खिलाफ 2700000 के घपले का आरोप है। जिसमें तीन वाउचर ऐसे हैं जो फर्जी हैं और फर्जी वाउचर के आधार पर रुपयों का आहरण किया गया है ऐसे में आज नहीं तो कल सरपंच पद से उनकी बर्खास्तगी तय है।