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27 लाख की वित्तीय अनियमितता का भी है आरोप उच्च न्यायालय के स्थगन के बावजूद खतरे में है जयरामनगर सरपंच की कुर्सी
Monday, 13 Sep 2021 18:00 pm
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समाचार - बिलासपुर
बिलासपुर/मस्तूरी। मस्तूरी जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम जयरामनगर के सरपंच गिरजा अग्रवाल पति कमल अग्रवाल की कुर्सी पर लगातार खतरा बना हुआ है। एसडीएम कोर्ट में एक नहीं 2 प्रकरण लंबित हैं दोनों प्रकरण इस तासीर के हैं कि किसी भी दिन सरपंच की कुर्स जा सकती हैं एक मामले में गिरजा अग्रवाल को उच्च न्यायालय से स्थगन प्राप्त था उसी मामले में उच्च न्यायालय ने पुनरगणना के संदर्भ में जांच रिपोर्ट अनुविभागीय दंडाधिकारी से मांगी थी जिस पर दस्तावेजों को एकत्र होने के बाद जांच रिपोर्ट तैयार हो गई है इस मामले में सितंबर माह में ही लगातार दो पेशी हो चुकी हैं और 15 सितंबर को फिर से प्रकरण कार्यसूची पर है दूसरा मामला सीधे-सीधे 27 लाख रुपए के गबन से जुड़ा है पंचायत विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरपंच गिरजा अग्रवाल के विरुद्ध तीन अलग-अलग मदों में 27 लाख रुपए की वित्तीय अनियमितता की जांच हो चुकी है इतना ही नहीं 27 लाख रुपए की वित्तीय अनियमितता में तीन बिल वाउचर फर्जी पाए गए ऐसा माना जा सकता है कि प्रथम रिपोर्ट सरपंच के खिलाफ गई है तभी तो पंचायत विभाग से विशेष धारा के अंतर्गत अनुविभागीय दंडाधिकारी को कार्यवाही हेतु प्रकरण प्रेषित किया जा चुका है प्रकरण को भेजें 2 माह से अधिक हो चुका है ऐसे कभी भी जयराम नगर सरपंच की विदाई तय है गौरतलब है कि इसी महीने कि 3 तारीख को सरपंच के पति कमल अग्रवाल ने अपने घर पर नगद और ज्वेलरी के चोरी हो जाने की एक शिकायत मस्तूरी थाने में दर्ज कराई थी 3 दिन की जांच के बाद जो खुलासा हुआ उससे समस्त पंच बिरादरी की नाक कटी पुलिस कप्तान ने खुलासे में पत्रकारों को बताया कि पूरा प्रकरण झूठा पाया गया और पुलिस झूठी शिकायत और इस षड्यंत्र में शामिल लोगों के विरुद्ध न्यायालय मे इस्तगासा पेश करेगी ऐसे में न्यायालय में यदि विधि अनुसार निर्णय लिया तो शिकायतकर्ता कमल अग्रवाल और उनके तीन नामजद साथी के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज हो सकता है एक तरफ पुनरमतगणना के निर्णय से सरपंच की कुर्सी निपट चुकी है जिस पर स्थगन है दूसरा मामला 27 लाख के गबन का है आधार पर पद से बर्खास्त किया जा सकता है और तीसरा मामला जूती चोरी की शिकायत का है ऐसा लगता है कि इस पंचवर्षीय योजना में जयरामनगर की जनता को एक और सरपंच प्राप्त होगा।