24hnbc बड़ी दुर्घटना के बाद ही जागेगा स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन इंतजामों की हो रही है अस्पतालों में अनदेखी
Friday, 23 Apr 2021 18:00 pm
24 HNBC News
24 HNBC. बिलासपुर
बिलासपुर जिले के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग का लाइसेंस कैसे मिला है यह सब जानते हैं फिर भी आज जब कोविड की परिस्थितियों ने आपातकाल जैसे हालात खड़े कर दिए हैं तब यह चिंता स्वाभाविक है कि जिन अस्पतालों में कोविड मरीज का इलाज हो रहा है वह भवन नेशनल बिल्डिंग कोड के स्थापित मानकों पर खरा उतरता है या नहीं । बिलासपुर को बीग्रेड शहर का दर्जा दिया जाता है किंतु यहां का नगर पालिक निगम शहर में बनने वाले इमारतों को लेकर गंभीर नजर नहीं आता कल स्वास्थ्य विभाग ने 12 और निजी अस्पतालों को कोरोना मरीज के इलाज के लिए चयनित किया है। इनमें आर बी हॉस्पिटल, श्री राम केयर हॉस्पिटल, स्काई हॉस्पिटल, संजीवनी हॉस्पिटल, वेगस हॉस्पिटल, श्री कृष्णा हॉस्पिटल, शिशु भवन अस्पताल, महादेव हॉस्पिटल, प्रथम हॉस्पिटल, सनशाइन हॉस्पिटल, स्टार चिल्ड्रन हॉस्पिटल, मार्क हॉस्पिटल शामिल है। इनमें से स्टार, वेगस, शिशु भवन की इमारतें बिल्कुल भी ऐसी नहीं है जिनमें अग्नि दुर्घटना हो जाने पर फायर फाइटर के अंदर जाने की स्थिति बने, अभी पिछले हफ्ते ही राजधानी के एक निजी अस्पताल में अग्नि दुर्घटना हुई थी जिसमें बड़ी संख्या में कोरोना पेशेंट अग्नि दुर्घटना के कारण चल बसे दुर्घटना किसी को बताकर नहीं आती । व्यवस्था को स्थानीय निकाय को इन सब की तैयारी पूर्व से ही करनी पड़ती है उपलब्ध नियम और कानून अलग-अलग निकाय को जिम्मेदारी देते हैं कि वह सार्वजनिक उपयोग में आने वाली इमारतों के भीतर अग्निशमन , लिफ्ट व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था का निरीक्षण करें , प्रमाणित करें और बाद में जनता के उपयोग के लिए उसे लाइसेंस प्रदान करें । किंतु बिलासपुर शहर में यह व्यवस्था पूरी तरीके से ध्वस्त है यहां का स्थानीय निकाय बिना भवन पूर्णता प्रमाण पत्र के संपत्ति कर लेने लगता है अग्नि शमन का लाइसेंस होमगार्ड से मिलता है लिफ्ट का लाइसेंस विद्युत विभाग देता है ऐसे में तीनों के बीच कोई कोआर्डिनेशन नहीं जब भवन के अंदर कोई बड़ी दुर्घटना हो जाती है तो जांच दल बना दिया जाता है। वर्तमान में स्वास्थ्य का ढांचा लगभग कोलेप्स हो चुका है ऐसे में जिन भी निजी अस्पतालों को कोविड के लिए खोला जा रहा है उनमें इस दृष्टि से एक बार गंभीर निरीक्षण होना चाहिए कि वह भवन इतने पेशेंट के साथ व्यवस्था को संभाल सकेगा या नहीं।
नए अस्पतालों को कोविड-19 मरीजों के लिए खोलने के पहले हम एक बार पूरी व्यवस्था का निरीक्षण दोबारा करते हैं । प्रमोद महाजन (सीएचएमओ) ।