कोरबा 24HNBC
बसाहट, भू-विस्थापितों और स्थानीय बेरोजगारो को रोजगार में प्राथमिकता, बेकार पड़ी जमीनों को किसानों को हस्तांतरण करने समेत अन्य मुद्दों को लेकर भू-विस्थापित एक बार पुनः आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं। अधिकार सम्मेलन के बहाने सभी भू-विस्थापित एकजूट होंगे। इस दौरान खदान समेत अन्य उपक्रम को भूमि दिए भू-विस्थापित व प्रभावित भी शामिल होंगे।लाकडाउन की वजह से ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति को अपना आंदोलन स्थगित करना पड़ गया था। इस दौरान कई समस्याओं को निराकरण हुआ, पर अधिकांश समस्याएं जस की तस बनी हुई है। समिति की कोर कमेटी व क्षेत्रीय अध्यक्षों ने बैठक में भू-विस्थापितो और किसानों की समस्याओं पर मंथन किया। इस दौरान निर्णय लिया गया है कि भू-विस्थापित किसान अधिकार सम्मेलन की आयोजन को पूरा किया जाए। इसके साथ ही कोयला खदान समेत जिले के अन्य औद्योगिक संस्थानों से प्रभावित क्षेत्रों व आसपास के इलाकों में अभियान चलाया। इसमें रोजगार, बसाहट, मुआवजा की समस्या, भू-विस्थापितों और स्थानीय बेरोजगारो को रोजगार में प्राथमिकता, जबरिया जमीन अधिग्रहण, किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा, अनुपयोगी पड़ी जमीनों को किसानों को हस्तांतरण, राजस्व मामले नामांतरण, फौती, बटांकन, वन्य भूमि पर अधिकार, रोजगार गारंटी योजना, आवास योजना, जिला खनिज न्यास निधि, शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रदूषण, जिले में पेसा कानून का सही तरह पालन, ग्राम सभा को अधिकार सरपंचों का भयादोहन, माइनिंग कालेज की स्थापना समेत अनेक मुद्दों को शामिल कर प्रत्येक गांव व आमजनों को जानकारी देकर सम्मेलन में बुलाया जाएगा।