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बिलासपुर में कांग्रेस-भाजपा दोनों खेल रहे विक्टिम कार्ड ....... निलेश बिसवास

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समाचार :-
बिलासपुर, नवंबर 22
छत्तीसगढ़ में दोनों राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस सत्ताधारी हैं, इसलिए दोनों को जन सरोकार वाले मुद्दे दिखाई नहीं देते और दोनों विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता इनके राजनैतिक ढकोसला को अब समझ रही है। एनसीपी के प्रदेश प्रवक्ता ने कांग्रेस भाजपा द्वारा आज 22 तारीख को नेहरू चौक पर किए गए राजनीतिक ड्रामा को आम जनता के लिए चिढ़ाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि दोनों राजनीतिक दलों ने बिलासपुर की जनता को जख्म ही दिए हैं। 
        निलेश बिसवास ने विस्तार से अपनी बात रखते हुए कहा कि केंद्र में 14 में जब भाजपा का शासन आया और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो छत्तीसगढ़ में अपने आप डबल इंजन की सरकार का जुमला लागू हो गया।बिलासपुर का कितना भयावह विकास हुआ सब ने देखा जलावर्धन योजना और सीवरेज में करोड़ों का भ्रष्टाचार सबने देखा है और परिणाम भुगते हैं । 
         गौरव पथ के भ्रष्टाचार पर जनहित याचिका माननीय छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में लगी लंबी सुनवाई के बाद चीफ जस्टिस वाली डीवी ने नगर पालिक निगम के 2 आईएएस अधिकारियों सहित 17 अभियंता ठेकेदार के विरुद्ध एफआईआर का आदेश दिया पर उसका पालन ना तो उस वक्त के नगरी निकाय मंत्री बिलासपुर के विधायक अमर अग्रवाल जी ने हाईकोर्ट के आदेश को पालन नहीं कराया, इन्हीं सब कारणों से भारतीय जनता पार्टी की सत्ता चली गई । बिलासपुर में अमर अग्रवाल बुरी तरह चुनाव हारे लोगों को विश्वास था कि सीवरेज, गौरव पथ के दोषी जेल जाएंगे पर बहुमत वाली कांग्रेस सरकार भी भ्रष्ट लोगों के सामने नतमस्तक हो गई। 
          नान घोटाले में यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है केंद्र की भाजपा सरकार ने नमामि गंगे में जो भ्रष्टाचार किया है उस पर उत्तरप्रदेश के उच्च न्यायालय ने कठोर टिप्पणी की है। छत्तीसगढ़ में गंगा का जल हाथ में लेकर कांग्रेस के नेताओं ने जो वादे किए उसे जितना निभाया है यह सब देख रहे हैं। 
         स्पष्ट पता चलता है कि देश की पवित्रतम नदी के प्रति दोनों दल कितने ईमानदार हैं ऐसे में गंगाजल, गाय का गोबर ले जाकर सांसद बिलासपुर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का आंगन साफ करने का प्रयास बौद्धिक दिवालियापन से ज्यादा नहीं है। इसी तरह आज ही भाजपा ने शुद्ध पेयजल के लिए स्थानीय निकाय को कोसा तो 15 साल का कुशासन याद नहीं आया। अपना अपने नेता का किया गया भ्रष्टाचार इतनी जल्दी भुला दिया या यह समझे कि भ्रष्टाचार की जूठन 3 साल से खाने नहीं मिली तो आंदोलन की शुद आ गई। 
          एनसीपी प्रवक्ता ने अपने बयान में झाड़ू को भी यह कहकर तंज कसा कि नगर पालिक निगम की खराब वित्तीय स्थिति पर श्वेत पत्र और रावण दहन के लिए सहयोग राशि का वचन देने के बाद इन दिनों वे कहां अंतर्ध्यान हैं। केवल धार्मिक त्योहारों की शुभकामना देना ही क्या राजनीति है. ......?