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349 करोड़ के बैंक डिफाल्टर संजय शेरपुरिया का बिलासपुर से यह है कनेक्शन

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समाचार -
बिलासपुर, 28 अप्रैल 2023। हम ना तो किसी ठग की प्रशंसा कर सकते हैं ना ही किसी ऐसे आदमी की प्रशंसा कर सकते हैं जिसने बैंक का कर्जा खाकर आम आदमी का धन दबाकर प्रसिद्धि प्राप्त की, इसलिए हम उत्तर प्रदेश एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए संजय राय शेरपुरिया के इस घोटाले की चर्चा कर रहे हैं जिसमें उसने देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक को 1-2-3-4 , 10-20-30-40 करोड़ का नहीं 349.12 करोड़ का चूना लगाया है। ऐसे लोग चाहे दिव्यदर्शी किताब लिखे, सनातन धर्म की प्रशंसा करें, योग और आध्यात्मिक मोटिवेशन के भाषण दे हम इन्हें विलफुल डिफॉल्टर ही कहेंगे। संजय शेरपुरिया की डिफॉल्ट कंपनी कांडला एनर्जी एंड केमिकल जिसका पता अहमदाबाद का है जिनकी पत्नी का पता कंचन संजय प्रकाश राय गुड़गांव हरियाणा का है, का बिलासपुर से क्या कनेक्शन हो सकता है क्या आप तो सकते हैं कि 349 करोड़ रुपए खा जाने वाले लोगों का बिलासपुर जैसे छोटे से शहर से कोई संबंध है तो आपको आश्चर्य लगेगा. ... हां हैं संजय राय पिता का नाम प्रकाश बालेश्वर राय की कंपनी का तीसरा डायरेक्टर मानिक लाल देय बिलासपुर का रहने वाला है कम से कम भारतीय स्टेट बैंक का नोटिस तो यही कहता है नोटिस में जो पता लिखा है 14/ 615, गायत्री मार्ग, आर 2 विनोबा नगर बिलासपुर, 495001 इस पते पर मानिक लाल नाम का कोई व्यक्ति नहीं रहता असल में इस जमीन को देय परिवार ने बहुत पहले परस राम भारद्वाज को बेचा जिसने रजिस्ट्री नहीं कराई और इसे दोबारा किसी को बेच दिया खरीदने वाले ने तीन मंजिल की इमारत बनाई नीचे भूतल पर मुख्य मार्ग के सामने दुकानें हैं और ऊपर की तीन मंजिलों पर फ्लैट नुमा अपार्टमेंट है जिसमें कई लोग किराए पर रहते हैं। अब आप समझे कि बैंक कैसी-कैसी फ्रॉड कंपनियों को 1-2 करोड़ नहीं कई सौ करोड़ का लोन दे देती हैं हालांकि बिलासपुर की इसी कॉलोनी में कई बैंकों को चूना लगाने वाला भौमिक परिवार भी रहता है और इसी स्थान पर पीडीएफ फाइल बनाकर करोड़ों रुपए का घोटाला करने वाला परिवार भी रहता है। पर इस बार बिलासपुर के मानिक लाल देय ने पूरे शहर का नाम रोशन कर दिया एक ऐसे व्यक्ति के साथ जिसके दिल्ली आवास पर सुबह तड़के 3:00 बजे से ही सनातन धर्म के पूजा पाठ कराने के लिए देश के बड़े नामचीन नेता, सत्ता के दलाल, बड़े-बड़े उद्योगपति लाइन लगाकर खड़े हो जाते थे। हम एक बार नहीं दर्जनों बार यही कहेंगे कि देश के नागरिकों को धर्म की अफीम जताकर कुछ लोग करोड़ों का वर्णन यारा कर रहे हैं और जनता जब अफीम के इस नशे से उतरेगी तब उसे मरने के लिए चुल्लू भर पानी भी नसीब नहीं होगा।